लीबिया में बंधक रहे 16 कामगारों की वतन वापसी, डेढ़ से दो साल झेली मुसीबत; अब चेहरों पर लौटी खुशी
- देश लौटने की उम्मीद छोड़ चुके इन युवकों की फ्लाइट में बैठते समय आंखें भर आईं। सीधी उड़ान न होने के चलते उन्हें लीबिया से तुर्किये ले जाया गया और वहां से दिल्ली के लिए रवाना हुए। उधर, उनके घर लौटने की खबर के बाद परिवार वाले भी काफी खुश हैं।

लीबिया में बंधक गोरखपुर-देवरिया सहित देश के 16 युवक मंगलवार को वहां से अपने देश के लिए रवाना हो गए। देश लौटने की उम्मीद छोड़ चुके इन युवकों की फ्लाइट में बैठते समय आंखें भर आईं। इन युवकों ने डेढ़ से दो साल तक बंधक रहते हुए मुसीबतें झेलीं। अब इनके चेहरों पर खुशी लौट आई है। सीधी उड़ान न होने की वजह से उन्हें लीबिया से तुर्किये ले जाया गया और वहां से दिल्ली के लिए रवाना हुए। उधर, उनके घर लौटने की खबर के बाद परिवार वाले भी काफी खुश हैं।दरअसल, टूरिस्ट वीजा पर लोगों को लीबिया बुलाकर उन्हें बंधक बनाकर सीमेंट फैक्ट्री में काम कराया जा रहा था।
व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिए इन लोगों ने अपने परिवारीजनों से सम्पर्क कर वतन वापसी की गुहार लगाई थी। इसके बाद आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने यह मुद्दा उठाया। 'हिन्दुस्तान' की खबरों का संज्ञान लेकर मानव सेवा संस्थान सेवा के निदेशक राजेश मणि ने विदेश मंत्रालय और लीबिया स्थित भारतीय दूतावास को ट्वीट करने के साथ डिटेल मेल किया था। इसके बाद दूतावास सक्रिय हुआ। राजेश मणि लगातार दूतावास और विदेश मंत्रालय के सम्पर्क में रहे। वहीं लीबिया में यूनिसेफ के साथ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली गोरखपुर की तबस्सुम मंसूर ने भी इसमें सहयोग किया।
बंधकों ने हिन्दुस्तान से शेयर की फोटो और वीडियो
मंगलवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 12.10 बजे लीबिया के बेनगाजी एयरपोर्ट से सभी युवक तुर्किए के इस्ताम्बुल के लिए फ्लाइट पर बैठे। फ्लाइट पर बैठने के लिए जाते समय उन्होंने ‘हिन्दुस्तान’ को फोटो और वीडियो भेजकर लीबिया से निकलने की जानकारी दी। 12.50 पर वे इस्ताम्बुल एयरपोर्ट पर उतरे और वहां से दिल्ली के लिए 8.50 बजे रवाना हुए। बुधवार सुबह 5 दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
यूपी-बिहार के युवक लौट रहे हैं घर
- तबरेज खान पुत्र सगीर खान निवासी ग्राम महुअरकोल थाना झंगहा गोरखपुर
- मिथिलेश विश्वकर्मा निवासी ग्राम सिहोरवा, पोस्ट सोहगौरा, थाना झंगहा, गोरखपुर
- राजकुमार साहनी पुत्र जयनाथ साहनी निवासी ग्राम सिहोड़वा थाना गगहा, गोरखपुर
- विशाल पुत्र शेषनाथ निवासी ग्राम सिहोड़वा थाना गगहा, गोरखपुर
- धर्मेन्द्र कुमार पुत्र तीरथ निवासी ग्राम गुरमाही थाना गगहा, गोरखपुर
- अब्बास अली पुत्र इकरार अली निवासी ग्राम इटकौली थाना गगहा गोरखपुर
- रामनाथ चौहान पुत्र रामदुलारे निवासी ग्राम छपरा खुर्द, देवरिया,
- अकबर अली पुत्र निजामुद्दीन निवासी ग्राम धर्मपुर थाना एकौना देवरिया,
- कन्हैया कुमार पुत्र विशुनदेव निवासी सरांव खुर्द थाना एकौना, देवरिया,
- मुकेश यादव पुत्र श्रीराम निवासी ग्राम सिलहटा थाना रुद्रपुर, देवरिया
- सत्यम यादव पुत्र रामपाल यादव निवासी ग्राम सिरसिया थाना हाटा जिला कुशीनगर
- राकेश कुमार सिंह निवासी ग्राम योगिया जिला सारन बिहार
- अनूप कुमार पुत्र गामा यादव निवासी ग्राम मठिया दरौली जिला सिवान बिहार
- असलम अंसारी निवासी ग्राम रामनगर थाना रसूलपुर, पटना, बिहार