सेना के रिटायर्ड कर्नल से 1 करोड़ 64 लाख की ठगी, जालसाजों ने शेयर मार्केट में निवेश का दिया था झांसा
- बाराबंकी में साइबर ठगों ने सेना के रिटायर्ड कर्नल से 1 करोड़ 64 लाख रुपये शेयर मार्केट का झांसा देकर ठग लिए। जब रुपये वापस नहीं आए तो अधिकारी को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। शेयर मार्केट के लिए बैंक से भी लोन लिया था ।
यूपी के बारांबकी में साइबर ठगों ने सेना के रिटायर्ड कर्नल से 1 करोड़ 64 लाख रुपये ठग लिए हैं। आरोपियों ने शेयर मार्केट में निवेश पर अधिक मुनाफे का झांसा दिया था। पीड़ित ने बताया कि उसने बैंक से कर्ज लेकर काफी रुपये शेयर में लगाए थे। जब उसे रुपये वापस नहीं हुए तो अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। अब पीड़ित ने साइबर थाने में ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है।
डॉ. केएनएस मेमोरियल इंस्टीट्यिूट ऑफ मेडिकल साइंसेज कैंपस में रहने वाले कर्नल डा. आलोक कुलश्रेष्ठ ने बताया कि वह सेवानिवृत्त सेना अधिकारी हैं। पीड़ित के मुताबिक साइबर जालसाजों ने उनके साथ जुलाई व अगस्त 2024 में एक करोड़ 63 लाख 71 हजार रुपये की ठगी की है। यह धोखाधड़ी अलग-अलग फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स SMIFS मैक्स व LSV मैनेजमेंट के माध्यम से की गई। दोनों ऐप्स अलग-अलग समूहों द्वारा चलाए जा रहे थे। इनके द्वारा उन्हें शेयर मार्केट में निवेश पर अधिक आय का झांसा देकर ठगी की गई।
पीड़ित ने बताया कि यह वाट्सएप ग्रुप ऑल ममोथि प्रोजेक्ट गोल्ड मेडल क्वालीफायर व वीआईपी 34 इनवेस्टमेंट एंड डेटिंग स्टडी ग्रुप है। SMIFS मैक्स के मुख्य आरोपी आनंद सेल्वकेसरी, सहायक व ऐप ऑपरेटर शालिनी त्रिवेदी है। पीड़ित ने शालिनी ने नौ जुलाई को उनसे बात की और निवेश के लिए प्रशिक्षण देने की बात कही।
इसके बाद उन्हें वीआईपी 34 ग्रुप में शामिल किया गया। जिसमें आनंद सेल्वकेसरी द्वारा शेयर बाजार पर ऑनलाइन कक्षाएं दी जाती हैं। इसमें विशेष योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके बाद उनसे रुपये निवेश कराया गया। उनके द्वारा एक करोड़ 63 लाख 71 हजार रुपये निवेश कराया गया। इसके लिए उन्होंने 55 लाख 10 हजार रुपये का बैंक लोन भी लिया गया। पीड़ित ने बताया कि 31 अगस्त को उन्हें ठगी की जानकारी हुई। साइबर थाना पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।