बाएं हाथ के थप्पड़ और एक डायलॉग से पकड़ा गया रेपिस्ट, चिल्लाते हुए बोली पीड़िता-इसी ने तबाह की जिंदगी
चित्रकूट में युवती से दुष्कर्म करने के आरोपी को पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद खोज निकाला। युवती ने थाने में आरोपी को बाएं हाथ के थप्पड़ और एक डायलॉग से पहचान कर ली।
यूपी के चित्रकूट से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। 26 अक्टूबर को बरगढ़ थाना क्षेत्र के महरजा गांव के सुनसान रास्ते पर साइकिल सवार युवती से दुष्कर्म करने के आरोपी को पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद खोज निकाला। पकड़ा गया आरोपी प्रयागराज के शंकरगढ़ थाने के बिहरिया गांव का शुभम मिश्रा निकला। थाने में उसे देखते युवती ने पहचान लिया और चिल्लाते हुए बोली की यह वह राक्षस है, जिसने मेरी जिन्दगी तबाह की है। इसको फांसी की सजा मिलनी चाहिए और रोते हुए बेहोश हो गई। परिजन उसे प्रयागराज स्थित अस्पताल ले गए।
बुधवार को एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि जंगल के रास्ते में हुई घटना का पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। युवती हुलिया तक नहीं बता पा रही थी। आरोपी ने वारदात के दौरान युवती की आंखों पर पट्टी बांध रखी थी। ऐसे में आसपास के लोगों से स्कैच बनवाया गया। सर्विलांस सेल की मदद ली गई।
चुप रहना वरना उसे काल भैरव आते हैं
पुलिस ने दुष्कर्म के पुराने मामले खंगाले तो युवती की दो बातें एक आरोपी से मेल खा गईं। दरअसल, युवती से दरिंदगी करने वाले शुभम के खिलाफ पहले से ही दो मुकदमे शंकरगढ़ थाने में दर्ज थे। उसने वर्ष 2013 में अनुसूचित जाति की युवती के साथ रेप किया था। जिसमें कई महीने जेल में बंद रहा था। बरगढ़ की घटना के दौरान शुभम ने युवती को बाएं हाथ से थप्पड़ मारे थे और कहा था कि चुप रहना, वरना उसे काल भैरव भी आते हैं। उसने खुद को फॉरेस्ट का आदमी बताया था। यही बात उसने अनुसूचित जाति की युवती के साथ रेप के दौरान कही थी।
एसपी ने बताया कि आरोपित युवक बाएं हाथ का ही प्रयोग करता है। इसकी पूरी जानकारी जुटाई गई है और वो दबोचा गया। आरोपित शुभम मिश्रा ने हाईवे किनारे बरगढ़ मोड़ पर इलेक्ट्रिक दुकान खोल रखी है। जिस रास्ते में युवती का गांव है, उसी से होकर शुभम अपने गांव आता-जाता रहा है। खुलासा करने में शामिल पांच टीमों को एडीजी प्रयागराज जोन ने 50 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।