राजा मांधाता सिंह ने देखीं रजा लाइब्रेरी, गांधी समाधि और रियासतकालीन धरोहरें
Rampur News - रामपुर में गुजरात के राजकोट के 17वें राजा मांधाता सिंह जडेजा का नूर महल में स्वागत किया गया। उन्होंने रजा लाइब्रेरी और गांधी समाधि के अलावा कई रियासतकालीन धरोहरें देखीं। मांधाता सिंह का राजतिलक 2020...

रामपुर। गुजरात की रियासत रही राजकोट के 17वें राजा मांधाता सिंह जडेजा का नूर महल में शाही परिवार ने स्वागत किया। उन्होंने रजा लाइब्रेरी और गांधी समाधि के अलावा कई रियासतकालीन धरोहरें भी देखीं l मंगलवार को मांधाता सिंह जडेजा नूर महल पहुंचेl वो गुजरात के पूर्व वित्त मंत्री और राजकोट के महाराजा मनोहर सिंह जडेजा के पुत्र हैं। पिता के निधन के बाद 2020 में उनका राजतिलक हुआ था, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री के अलावा रामपुर के अंतिम शासक नवाब रजा अली खां के पौत्र पूर्व मंत्री नवाब काज़िम अली खां उर्फ नवेद मियां समेत देश के सभी राजघरानों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
नूर महल में पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, अनकी पत्नी बेगम यासीन अली खान उर्फ शाहबानो और पीआरओ काशिफ खां ने फूल मालएं पहनाकर परम्परागत रूप से राजा साहब का स्वागत किया। मांधाता सिंह जडेजा ने नवेद मियां के साथ रजा लाइब्रेरी, गांधी समाधी के अतिरिक्त रियासतकालीन ऐतिहासिक धरोहरें भी देखीं और प्रसन्नता व्यक्त की। वो रामपुर के इतिहास और संस्कृति से प्रभावित हुए। रजा लाइब्रेरी में निदेशक डॉ पुष्कर मिश्रा ने उनका का स्वागत किया। नवेद मियां ने मांधाता सिंह जडेजा को रजा लाइब्रेरी द्वारा प्रकाशित वाल्मीकि रामायण भेंट की।
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