Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Rainfall became disaster UP 13 people died Meteorological Department also issued alert for 29 and 30 September

UP Weather: यूपी में बारिश बनी ऑफत, 13 की मौत, 29 और 30 सितंबर को कैसा रहेगा मौसम?

पिछले कई दिनों से यूपी के कई जिलों में कहीं हल्की तो कहीं जोरदार बारिश हो रही है। बारिश के चलते शनिवार को पांच लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने अगले दो दिन को लेकर भी अलर्ट जारी किया है।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊSat, 28 Sep 2024 09:20 PM
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यूपी के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से जोरदार बारिश हो रही है। पूर्व से लेकर पश्चिम तक के जिलों में बारिश ने कहर बरपा रखा है। कई जिलों में बारिश के चलते शनिवार को स्कूलों को बंद करना पड़ गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश में लगातार तीन दिनों से बारिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। बारिश के चलते शनिवार को गोरखपुर-बस्ती मंडल में तीन, फतेहपुर में एक और अवध क्षेत्र में तीन लोगों को अलग-अलग हादसों में मौत हो गई। अलग-अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से छह लोगों की जान चली गई जबकि तीन अन्य झुलस गए। मौसम विभाग ने अगले दो दिन लगातार हल्की बारिश की आशंका जताई है।  जबकि एक से तीन जनवरी तक यूपी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। एक सितंबर से मौसम खुलने का अनुमान भी जताया जा रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार यूपी के महाराजगंज, बस्ती, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर समेत पूर्वांचल के कई जिलों में भारी बारिश हुई है। इस दौरान 20 से 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिसके चलते लोगों को सर्दी का भी एहसास होने लगा। लखनऊ में यहां पिछले दो दिनों से रुक-रुक बारिश हो रही है जो शनिवार तक जारी रही। गोरखपुर की बात करें तो यहां बारिश ने पिछले 95 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बीते 24 घंटे में जिले में 153 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। यह सितंबर में वर्ष 1930 के बाद सर्वाधिक बारिश है। इस बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बारिश के बीच जिले की कई सड़कें पानी से लबालब दिखीं तो कई इलाकों में घरों-दुकानों के अंदर तक पानी पहुंच गया। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले तीन दिनों में करीब 250 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। जबकि सितंबर को मानसून सीजन के समाप्ति का महीना माना जाता है। इस महीने में औसतन 178 मिमी बारिश ही होती है।

मौसम विभाग के मुताबिक अभी मंगलवार तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा। रुक-रुक कर बारिश होगी। मंगलवार को भी हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। वहीं कानपुर में हुई झमाझम बारिश से लोगों ने राहत महसूस की। एयरपोर्ट स्टेशन क्षेत्र में 75 मिमी तो कल्याणपुर क्षेत्र में 45 मिमी बारिश हुई। दिन का पारा सामान्य से 07 डिग्री नीचे चला गया। मौसम विभाग का मानना है कि अगले 48 घंटों में बूंदाबांदी संभव है पर भारत-बांग्लादेश मैच अब ज्यादा प्रभावित नहीं होगा। बंगाल की खाड़ी के चक्रवात का असर अभी तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में बना हुआ है। कई जनपदों में शुक्रवार-शनिवार को भारी बारिश दर्ज की गई है। अयोध्या में 82.6, गोरखपुर में 172, सुल्तानपुर में 110, कुशीनगर 147, बहराइच 52 और हमीरपुर में 55 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले 48 घंटों से बारिश का क्रम बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि अब धीरे-धीरे बादल छटने लगेंगे पर अगले 48 घंटों तक बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इस बीच अगले 48 घंटों में कई चरणों में 08-10 मिमी बारिश संभव है। यदि मध्य प्रदेश से बादलों की आवाजाही रही तो फिर बारिश का दौर आ सकता है पर इसकी संभावना कम है।

पूर्वांचल में बारिश के बीच वज्रपात से चार की मौत

बारिश और वज्रपात के चलते बलिया कोतवाली क्षेत्र के मिश्र नेउरी गांव में शाम को आकाशीय बिजली से 21 वर्षीय युवक की मौत हो गई। आजमगढ़ के निजामाबाद में भी एक युवक की जान गई है। यहां सरायमीर इलाके में दो लोग झुलस गए हैं। जौनपुर के महराजगंज में रात में सोते समय वज्रपात से महिला की मौत हो गई जबकि 17 वर्षीय बेटा गंभीर है। भदोही के चौरी में भी आकाशीय बिजली की जद में आने से महिला की जान चली गई। बिजली गिरने से वाराणसी के बड़ागांव के भगवानपुर में खेत में काम कर रही महिला ने दम तोड़ दिया। पिछले तीन दिनों से बारिश से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। 24 घंटे में बनारस में 13 एमएम, आजमगढ़ में 56 मिमी बारिश बारिश हुई। बलिया, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, भदोही में कई स्थानों पर मकान ढह गए।

सुलतानपुर में दीवार ढहने से बच्चे की मौत, महिला घायल

सुलतानपुर जिले की लम्भुआ कोतवाली क्षेत्र के रामपुर कुर्मियान गांव में शनिवार को नंदलाल के मकान की कच्ची दीवार गिर गई। बगल में खेल रहा रामू का तीन वर्षीय पुत्र नितिन मलबे में दबकर घायल हो गया जबकि बगल में बर्तन धो रही उसकी बुआ कोमल घायल हो गई। ग्रामीणों की मदद से दोनों को मलबे से बाहर निकालकर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लम्भुआ पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने मासूम नितिन को मृत घोषित कर दिया। वहीं, कोमल (22) की गंभीर अवस्था को देखते हुए चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

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