हाथरस दौरे का वीडियो पोस्ट कर फंसे राहुल गांधी, डेढ़ करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पिछले दिनों हाथरस कांड की पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की थी। इसका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर डाला था। इस वीडियो में किए गए दावे पर राहुल गांधी को मानहानि का नोटिस दिया गया है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पिछले दिनों हाथरस कांड की पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की थी। इसका एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर डाला था। इस वीडियो में किए गए दावे पर राहुल गांधी को मानहानि का नोटिस दिया गया है। वीडियो राहुल गांधी इस कांड में बरी हो चुके तीन लोगों को गैंगरेप का आरोपी बता रहे हैं। इसी पर आपत्ति करते हुए बरी लोगों के वकील ने राहुल गांधी को डेढ़ करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस दिया है।
अधिवक्ता मुन्ना सिंह पंढीर ने नोटिस में कहा कि बूलगढ़ी कांड की जांच सीबीआई ने की और आरोप-पत्र दाखिल कर दिया। तीन आरोपी को कोर्ट ने बरी कर दिया। राहुल गांधी अपनी राजनीति के लिए देश की न्यायिक प्रणाली का अपमान कर रहे हैं और अदालत के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। उनके ट्विटर हैंडल एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें लिखा और कहा जा रहा है कि हाथरस में रेप पीड़िता के परिवार को घर में बंद रखना और गैंगरेप के आरोपियों का खुलेआम घूमना बाबा साहब के संविधान के खिलाफ है। उनका यह बयान पूरे देश में एक्स पर वायरल हो रहा है।
अधिवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी के मानहानिकारक बयान ने अदालत के फैसले के बाद भी उनके मुवक्किलों के चरित्र पर कलंक लगाया है, जो अपराध है। नोटिस की प्राप्ति के पंद्रह दिनों के भीतर उनके तीनों मुवक्किलों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दें। अन्यथा राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी।
राहुल गांधी ने हाथरस दौरे के बाद यह मामला संसद में भी उठाया था। राहुल गांधी ने दावा किया था कि पीड़ित परिवार से जो भी वायदे किए गए थे उनमें से कोई पूरा नहीं किया गया है। राहुल गांधी ने कहा था कि पीड़ित परिवार को कहीं और जमीन देने का वादा अगर सरकार पूरा नहीं करती है तो कांग्रेस जमीन देगी और परिवार को वहां बसाएगी।
क्या है हाथरस कांड
हाथरस में सितंबर 2020 में दलित समाज की एक युवती के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया था। कई दिनों तक दिल्ली के अस्पताल में मौत से जंग लड़ने के बाद युवती ने दम तोड़ दिया था। पुलिस ने आधी रात बिना परिवार की सहमति के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। इलाके के ही चार युवकों पर दरिंदगी का आरोप लगा था।