राहुल गांधी बोले- रायबरेली में एक भी दलित-ओबीसी अफसर नहीं, योगी के मंत्री का पलटवार
राहुल गांधी ने रायबरेली में एक भी दलित और ओबीसी अफसर तैनात नहीं होने का आरोप लगाया तो योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप ने पलटवार किया है। दिनेश प्रताप ने राहुल गांधी के बयान को झूठ करार दिया है।
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में आयोजित अफसरों की बैठक में शामिल हुए थे। बैठक के बाद राहुल नागपुर पहुंचे तो अफसरों की जाति को लेकर ऐसी बातें कह दीं जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। राहुल गांधी ने नागपुर में कहा कि रायबरेली की बैठक में मुझे एक भी दलित और ओबीसी अफसर नहीं दिखाई दिया। बैठक में योगी सरकार के मंत्री और रायबरेली में राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा के प्रत्याशी रहे दिनेश प्रताप सिंह भी मौजूद थे। दिनेश प्रताप सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है। दिनेश प्रताप ने राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी ने क्या कहा
नागपुर स्थित दीक्षाभूमि में आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मैं कल मैं रायबरेली में था। हमारी एमपी की मीटिंग होती है। दिशा बैठक होती है। मैं उसमें गया, गलती से मैंने कह दिया कि सब अफसर अपना परिचय दे दीजिए। परिचय शुरू हुआ तो उसमें मुझे एक दलित नाम, एक ओबीसी नाम नहीं सुनाई पड़ा। इस पर मैंने अपने सेक्रेटरी से कहा कि इन सब के नाम निकालवाओं और पता लगाओ कि रायबरेली में कितने ओबीसी, कितने दलित, कितने आदिवासी और कितने अल्पसंख्यक अफसर हैं। 80 प्रतिशत अधिकारी एक दो जाति के हैं।
आगे राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कभी-कभी गंगाराम अस्पताल चला जाता हूं तो देखता हूं कि वहां दलित, आदिवासी और ओबीसी डॉक्टर मिल जाएं। मैं उन्हें ढूंढता हूं। कार्पोरेट इंडिया में देखता हूं। 500 कंपनियां हैं उनके मालिकों में दलित, ओबीसी और आदिवासी नहीं हैं। एक जनरल कास्ट का गरीब मिल जाए, नहीं मिलता है। मोदी जी ने कार्पोरेट का 16 लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ किया इनमें दलित, ओबीसी और आदिवासी नहीं हैं। ज्यूडिशरी में देख लीजिए। हाईकोर्ट में देख लीजिए और बड़े-बड़े अफसर देख लीजिए उनमें 90 प्रतिशत हिंदुस्तान नहीं दिखेगा।
योगी के मंत्री दिनेश प्रताप का हमला
राहुल गांधी के बयान पर योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि रायबरेली की बैठक के नाम पर राहुल गांधी ने नागपुर की सभा में झूठ बोला। उन्हें शायद यह भी नहीं पता कि दिशा की बैठक जिले की विकास योजनाओं की निगरानी के लिए होती है। यह सांसदों की बैठक नहीं होती। दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि आप कितना भी सवर्णों को गाली दे दो लेकिन आप और आपकी पीढ़ियों को इन सवर्णों ने ही दलितों, पिछड़ों को साथ लेकर इस लायक बनाया है। जिन्हें आज आप पानी पी-पीकर गाली दे रहे हो। आज रायबरेली लोकसभा का हर मतदाता आपके इस आचरण व्यवहार से लज्जित है। दिनेश प्रताप ने कहा कि राहुल गांधी को गलत बयानी के लिए रायबरेली की जनता से माफी मांगनी चाहिए।