राहुल गांधी अचानक हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे; अब तक ना घर मिला, ना नौकरी
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को हाथरस के फंव बुलगढ़ी जाकर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की। यहां पर उन्होने पीड़ित परिवार से जो राज्य सरकार ने वादा किया था उसको लेकर जानकारी ली।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को हाथरस के फंव बुलगढ़ी जाकर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की। यहां पर उन्होने पीड़ित परिवार से जो राज्य सरकार ने वादा किया था उसको लेकर जानकारी ली। मौके पर जाकर राहुल गांधी ने जिलाधिकारी से फोन पर बात की। सूत्रों के अनुसार पीड़ित परिवार ने जुलाई में राहुल गांधी से सम्पर्क किया था और उन्होंने बताया था की घटना के बाद सरकार की ओर से जो वायदे किये थे वे अभी पूरे नहीं हुए। राहुल गांधी अकेले परिवार से मिले और मीडिया से कोई बात किए बगैर ही निकल गए।
पीड़ित परिवार भी कुछ बताने से बचता रहा। राहुल गांधी ने डीएम से फोन पर बात की। राहुल ने अकेले ही पीड़ित परिवार से बात की है। पीड़ित परिवार भी मीडिया से बात करने को तैयार नहीं है। राहुल गांधी ने भी मीडिया से बात नहीं की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अचानक ही आज पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।
क्या हुआ था हाथरस में जिसने देश को हिला दिया, कोर्ट से बरी हो गए थे तीन आरोपी
29 सितंबर को दलित लड़की की मौत हो गई थी। 29 और 30 सितंबर की आधी रात पुलिस ने परिवार को बिना पूछे या बुलाए उसका दाह संस्कार कर दिया था। हाथरस केस की जांच सीबीआई ने की और चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई।
हाथरस एससी-एसटी कोर्ट ने 2023 में तीन आरोपियों को बरी कर दिया। एक आरोपी को सजा हुई और वो जेल में बंद है। सजा के खिलाफ उसकी अपील पर हाईकोर्ट में मुकदमा लंबित है। परिजन अब सीआरपीएफ के सुरक्षा घेरे में रहते हैं जो उन्हें कैद लगने लगा है। बिना सीआरपीएफ से पूछे वो किसी से भी नहीं मिल सकते और किसी से मिलने के लिए उनको साथ लेकर जाना होता है।
भड़के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
राहुल गांधी के हाथरस दौरे पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि आये दिन राहुल गांधी उलूल-जललू हरकत करते रहते हैं। राहुल गांधी दिग्भ्रमित हैं। हाथरस मामले को सीबीआई देख रही है। एक ओर जहां प्रदेश आगे बढ़ रहा है तो वहीं कांग्रेस नेता राज्य को दंगों और हिंसा की आग में झोकना चाहते हैं।