Hindi NewsUttar-pradesh NewsPrayagraj NewsKumbh Mela Russians and Ukrainians Unite Amidst Conflict

:संगम में साथ डुबकी लगाएंगे रूस-यूक्रेन के नागरिक

Prayagraj News - महाकुम्भ में रूस और यूक्रेन के नागरिक एक साथ संगम की रेती पर रहेंगे। पायलट बाबा के शिविर में इन देशों के भक्तों का बसेरा होगा। जापान, नेपाल और जर्मनी के भक्त भी शामिल होंगे। शिविर का निर्माण तेजी से...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजTue, 7 Jan 2025 11:13 AM
share Share
Follow Us on

महाकुम्भ नगर, लाल रणविजय सिंह महाकुम्भ में यूरोप के दो शत्रु देशों रूस और यूक्रेन के नागरिक एक साथ संगम की रेती पर रहेंगे और त्रिवेणी में डुबकी लगाएंगे। सेक्टर 18 के संगम लोअर मार्ग पर ब्रह्मलीन पायलट बाबा के शिविर में दोनों देशों के नागरिकों का बसेरा होगा। रूस, यूक्रेन के अलावा जापान, नेपाल और जर्मनी से भी पायलट बाबा के अनुयायी संगम स्नान करने आएंगे।

पायलट बाबा के शिविर का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। नौ जनवरी तक रूस और यूक्रेन से आने वाले भक्तों का शिविर तैयार हो जाएगा। जापानी भक्तों के लिए परिसर में अलग शिविर बनाया जा रहा है। रूस, यूक्रेन और जापान के अनुयायी पूरे महाकुम्भ के दौरान कई चरणों में आएंगे और एक साथ रहेंगे। अन्य देशों के भक्त भी इसी प्रकार संगम स्नान करने के लिए आएंगे। 10 जनवरी से रूस और यूक्रेन के नागरिकों का आगमन शुरू होगा। शिविर का निर्माण कर रहे खप्पर बाबा ने बताया कि रूस और यूक्रेन से पहले भी पायलट बाबा के अनुयायी यहां आते रहे हैं। इस साल दोनों देशों के भक्तों का आना बेहद खास होने जा रहा है। लगभग तीन साल से दोनों देशों में युद्ध चल रहा है। युद्ध से दोनों देशों में बहुत कुछ बर्बाद हो चुका है। इसके बाद दोनों देशों के लोगों की सनातन के प्रति आस्था कम नहीं हुई। इसी आस्था की वजह से दोनों देशों के भक्त एक छत के नीचे रहकर पूरी दुनिया को मानवता का संदेश देंगे। रूस, यूक्रेन, जापान और नेपाल से लगभग एक हजार भक्तों के महाकुम्भ में आने की संभावना है।

विदेशी भक्तों के लिए बन रहा दो तल का शिविर

महाकुम्भ नगर। ब्रह्मलीन पायलट बाबा के शिविर में भक्तों के लिए दो तल का शिविर बन रहा है। दो ब्लॉक में बनाए जा रहे शिविर में रूस और यूक्रेन के भक्त रहेंगे। शिविर का निर्माण करा रहे खप्पर बाबा ने बताया कि मेला प्रशासन से पर्याप्त जमीन नहीं मिली जबकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। ऐसे में दो तल शिविर बनाना मजबूरी हो गई।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें