एयरफोर्स इंजीनियर की संविदा कर्मचारी ने गोली मारकर की थी हत्या, इस वजह से वारदात
प्रयागराज में एयरफोर्स इंजीनियर की हत्या का खुलासा हो गया है। संविदा कर्मचारी ने इंजीनियर की गोली मारकर हत्या की थी। पुलिस के अनुसार संविदा कर्मचारी लूट के इरादे से घुसा था लेकिन इंजीनियर के जाग जाने से उनकी हत्या कर दी।

प्रयागराज में एयरफोर्स के इंजीनियर एसएन मिश्र की सनसनीखेज तरीके से की गई हत्या का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। बकौल पुलिस एयरफोर्स में संविदा पर कार्यरत सफाईकर्मी के बेटे सौरभ ने वारदात को अंजाम दिया था। सौरभ का मकसद केवल इंजीनियर के घर में लूटपाट करना था। लेकिन नाकाम होने पर गोली मारकर इंजीनियर की हत्या कर दी थी। सौरभ ने जेल में बंद बड़े भाई की जमानत कराने के लिए लूटपाट की कोशिश की थी। पुलिस ने सौरभ के साथ ही उसके माता-पिता को लूट की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एडीसीपी कानून-व्यवस्था अजय पाल शर्मा ने सोमवार शाम पुलिसलाइन में इस हत्याकांड का खुलासा किया।
एडीसीपी अजय पाल शर्मा ने बताया कि 29 मार्च की देर रात लगभग तीन बजे एयरफोर्स कॉलोनी के आवासीय परिसर में कमांडर वर्क्स इंजीनियर एसएन मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एसएन मिश्र मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के कोचस थानाक्षेत्र के हरनाथ के रहने वाले थे। सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों की जांच और मुखबिर की सूचना पर सोमवार को पूरामुफ्ती थाना, एसओजी व सर्विलांस पुलिस की संयुक्त टीम ने हत्यारोपी सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी के साथ ही उसके पिता शिव कुमार और मां सुनीता निवासी लाल बिहारा बमरौली थाना पूरामुफ्ती को भरेठा मोड़ मरियाडीह जाने वाली सड़क के पास गिरफ्तार किया। साथ ही हत्या में प्रयुक्त अवैध पिस्टल व तमंचा और पांच कारतूस के अलावा अन्य औजार बरामद किए गए।
हत्यारोपी सौरभ ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसका बड़ा भाई गौतम उर्फ हनी हत्या के आरोप में जिला कारागार कौशाम्बी में बंद है। उसी को छुड़ाने के लिए उसके परिवार को रुपये की जरूरत थी। सौरभ ने बड़े भाई की पेशी के दिन अपने मां-बाप के साथ मिलकर एयरफोर्स कॉलोनी के अंदर एसएन मिश्र के घर लूट की योजना बनाई थी लेकिन, लूट में असफल होने पर एसएन मिश्र को गोली मार कर फरार हो गया था।
पहचाने जाने के डर से मारी गोली
पुलिस के मुताबिक, सौरभ पिछले साल फर्नीचर पहुंचाने इंजीनियर एसएन मिश्र के घर गया था। उसकी मां सुनीता भी पिछले साल एसएन मिश्र की पत्नी का मेकअप करने गई थी। सौरभ व उसके माता-पिता ने मिलकर एसएन मिश्र के घर लूट की योजना बनाई थी। उम्मीद थी कि आठ-दस लाख रुपये मिल जाएंगे। इसी नीयत से सौरभ अपने एक साथी के साथ हत्या के 15 दिन पहले भी एसएन मिश्र के घर पहुंचा था, लेकिन सफल न होने पर फरार हो गया था।
इसके बाद 29 मार्च की आधी रात वह चहारदीवारी फांदकर दोबारा पहुंचा। पहले मुख्य गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे का तार काटा, फिर मुख्य दरवाजे का लॉक तोड़ने का प्रयास किया। सफलता नहीं मिलने पर मकान के पिछले हिस्से में खिड़की के पास पहुंचा। लेकिन, खटपट की आवाज से एसएन मिश्र जाग गए और खिड़की के पास सौरभ को देख लिया। एसएन मिश्र के शोर मचाते ही आरोपी ने लक्ष्य कर उन्हें गोली मार दी और फरार हो गया।
40 हजार रुपये में खरीदी थी पिस्टल
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सौरभ ने 40 हजार रुपये में अवैध पिस्टल व कारतूस खरीदा था। हत्यारोपी का मकान एयरफोर्स कॉलोनी से मात्र एक किमी की दूरी पर है। वहीं एयरफोर्स अधिकारी एसएन मिश्र का आवास चहारदीवारी के करीब होने की वजह से लूट की योजना उनके घर पर बनाई गई थी। उसने किससे असलहा खरीदा था और घटना में अन्य किन-किन लोगों की संलिप्तता है, इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस कुछ अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है।
पूरे परिवार का एयरफोर्स से था नाता
एडीसीपी ने बताया कि हत्यारोपी सौरभ एयरफोर्स के सीडब्ल्यूई में एक साल से संविदा पर पल्लेदारी का काम करता था। उसने एयरफोर्स के ही केंद्रीय विद्यालय से सात साल पहले कक्षा नौवीं तक की पढ़ाई की थी। उसके पिता शिवकुमार 1997 से एयरफोर्स कॉलोनी में संविदा सफाईकर्मी और मां सुनीता वर्ष 2000 से एयरफोर्स अधिकारियों के घरों में काम करती है। साथ ही अधिकारियों की पत्नियों के घर जाकर मेकअप भी करती थी। उसका बड़ा भाई गौतम एयरफोर्स में संविदा पर सुरक्षा गार्ड के रूप में अगस्त 2024 तक कार्यरत था। गौतम 25 जनवरी को कौशाम्बी में एक शादी के दौरान एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या के मामले में गिरफ्तार होने के बाद जेल में बंद है।