आज से 137 दिन तक लखनऊ एयरपोर्ट से दिन में नहीं उड़ेंगे विमान, 37 फ्लाइट्स हुईं कम
- 137 दिनों तक लखनऊ एयरपोर्ट पर सुबह 10 से शाम छह बजे तक कोई फ्लाइट नहीं आएगी और न ही उड़ान भरेगी। इस दौरान समानांतर टैक्सी वे, रीकार्पेटिंग, नए एप्रेन निर्माण समेत कई काम होंगे। ऐसे में फ्लाइटों की समय सारिणी शाम छह से सुबह 10 बजे के बीच सिमट गई है। करीब 37 फ्लाइटें शेड्यूल से कम दिख रही हैं।

Flights from Lucknow: यूपी की राजधानी लखनऊ के अमौसी स्थित चौधरी चरण सिंह अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का रनवे एक मार्च से 15 जुलाई तक दिन में बंद रहेगा। इन 137 दिनों में सुबह 10 से शाम छह बजे तक कोई फ्लाइट नहीं आएगी और न ही उड़ान भरेगी। इस दौरान समानांतर टैक्सी वे, रीकार्पेटिंग, नए एप्रेन निर्माण समेत कई कार्य होंगे। ऐसे में फ्लाइटों की समय सारिणी शाम छह से सुबह 10 बजे के बीच सिमट गई है। करीब 37 फ्लाइटें शेड्यूल से कम दिख रही हैं।
एयरपोर्ट से कुछ फ्लाइटें ऐसी भी हैं जो सप्ताह में दो या तीन ही दिन संचालित होती हैं। ऐसे में औसतन अधिकतम फ्लाइटों की संख्या 155 है। मार्च के शेड्यूल में ये घटकर 118 रह गई हैं। एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल टी-3 के निर्माण के बाद अब रनवे के समानांतर टैक्सी वे बनाया जाएगा। रनवे की रिकार्पेटिंग यानी मेंटीनेंस भी इस दौरान कराई जाएगी। रनवे बंद करने के लिए नोटम यानी नोटिस टू एयरमैन लेना होता है।
इसके लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) को एयरपोर्ट प्रशासन ने प्रस्ताव भेजा था जो मंजूर हो गया। एयरपोर्ट प्रवक्ता ने बताया कि पहली मार्च से 15 जुलाई तक अमौसी एयरपोर्ट का रनवे सुबह 10 से शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। इस दौरान विमानों की आवाजाही नहीं होगी। एयरलाइंस की ओर से दोपहर की उड़ानों की रीशेड्यूलिंग की गई है।
एयरपोर्ट पर बढ़ेंगी सुविधाएं
लखनऊ एयरपोर्ट को आधुनिकीकरण और मरम्मत के लिए 137 दिन तक सुबह से शाम तक बंद रखा जाएगा। आने वाले समय में ज्यादा दूरी वाले देशों की फ्लाइटों की लैंडिग-टेकऑफ के लिए तैयार किया जा रहा है। रनवे के पास टैक्सी वे में सुधार होगा जिससे कि यात्रियों का समय बचेगा।साथ ही कुछ अन्य देशों से फ्लाइटें शुरू होने की उम्मीद है। मरम्मत कार्य में रनवे को और बेहतर बनाया जाना है।
यात्रियों को हो सकती है परेशानी
एयर ट्रैवेल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यूपी, उत्तराखंड चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष एसएमए शिराज का कहना है कि ज्यादातर फ्लाइटें शाम से रात की होंगी तो यात्रियों को दिक्कत हो सकती है। वहीं अन्तरराष्ट्रीय एयरलाइंस के लिए भी यह स्थिति थोड़ी चुनौतीपूर्ण है।