Notification Icon

कनाडा के टोरंटों तक छा गया मझोला

तराई के किसान गुरप्रीत सिंह संधू ने रोटावेटर और कल्टीवेटर के निर्माण में महारथ हासिल की है। उनकी बनाई मशीनें कनाडा तक पहुंच गई हैं। गुरप्रीत ने अपने संघर्ष से खेती के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल...

Newswrap हिन्दुस्तान, पीलीभीतThu, 29 Aug 2024 10:50 AM
share Share

मझोला। खेती किसानी में हमेशा ही तराई के किसान मिसाल बनते रहे हैं। इस बार बात है एक ऐसे शख्स की जिसकी पढ़ाई तो अधिक नहीं है पर पिता के साथ खेती किसानी की बारिकियों को जीवन में उतार लिया। गुरप्रीत सिंह संधू की छोटी सी पहल अब उनके बड़े सपने साकार कर रही है। उनके बनाए रोटावेटर की डिमांड कनाड़ा तक पहुंच गई है। जिले से पहली खेप कनाड़ा पहुंच गई है। उत्तराखंड उप्र के मध्य स्थित मझोला में पोलीगंज अस्पताल के सामने गुरप्रीत ने शुरू में रोटावेटर और कल्टीवेटर बनाए। खुद की तकनीक और डिजायन वाले कृषि यंत्रों से पहले वे ट्रेडिंग करते थे। पर अब वे खुद कृषि यंत्रों को बनाते हैं। गुरप्रीत कहते हैं कि किसान का बेटा हूं तो जानता है कि कृषि यंत्र किस तरह का होना चाहिए? कहां कमी है कहां गलत है। शुरूआत कर एक दो बनाए थे। अब लगातार बनाते जा रहे हैं। देश ही नहीं विदेशों में भी डिमांड है। बेला पोखरा निवासी गुरप्रीत सिंह संधू ने बताया कि हमने कंबाइन भी बनाई है पर उसमें लागत अधिक आती है।

आठ से 14 फिट वाले बनाए हैं

रोटावेटर और कल्टीवेटर बनाने में गुरप्रीत को महारथ हासिल है। अब तक उन्होंने आठ से 14 फिट वाले कल्टीवेटर रोटावेटर बनाए हैं। पर अब इससे भी छोटे माइक्रो रोटावेटर बनाएंगे। ताकि कम जगह में किसानों का अधिक से अधिक काम हो सके।

कंबाइन से लेकर ट्रैक्टर मॉडीफाई तक का काम

गुरप्रीत सिंह ने बताया कि अब तक गुजरात कर्नाटक बिहार पंजाब में माल भेज चुके हैं। नेपाल को भी रोटावेटर भेजे। कनाड़ा आदि से भी डिमांड है। अब छोटे रोटावेटर भी बनाएंगे। पांच और सात फिट के रोटावेटर बनाने की तैयारी है। यहीं नहीं ट्रैक्टर आदि को मॉडीफाई करने की कला में भी गुरप्रीत अभ्यस्त हैं।

लुधियाना होकर कनाडा

वर्ष 2004 में किराए पर दुकान लेकर संधू ने काम शुरू किया था। बीस साल में उनके संघर्ष और मेहतन से अब वे मुकाम पर आने लगे तो दूसरों को रोजगार भी दे रहे हैं। उनकी पहल को मुकाम मिलना शुरू हो गया है। पीलीभीत से कैंटर में रोटावेटर लुधियाना भेजे गए। लुधियाना से मुंबई और मुंबई से कनाड़ा के टोरंटों पहुंचाए गए हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें