खालिस्तान आतंकवाद के लिए मशहूर था पीलीभीत, पंजाब में हुई घटनाओं का भी इस शहर से रहा है नाता
- किसी जमाने में खालिस्तान आतंकवाद के लिए मशहूर रहे पीलीभीत का नाम एक बार फिर खलिस्तानी आतंकियों से हुई मुठभेड़ के बाद ताजा हो गया है। जिले का पंजाब से काफी गहरा कनेक्शन रहा है।
किसी जमाने में खालिस्तान आतंकवाद के लिए मशहूर रहे पीलीभीत का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। सोमवार को खलिस्तानी आतंकियों से हुई मुठभेड़ के बाद इस जिले में हुई घटनाएं फिर से ताजा हो गई हैं। पीलीभीत का पंजाब से काफी गहरा कनेक्शन रहा है। अभी कुछ माह पूर्व अमृतपाल के मामले में जोगा सिंह की गिरफ्तारी हो या फिर पंजाब के मोहाली में गैंगस्टर राजेश डोगरा के हत्यारोपियों का पीलीभीत से पकड़े जाने के मामले में पीलीभीत का नाम काफी सुर्खियों में रहा है।
वर्ष 2024 में अमृतपाल के पंजाब से फरार होने के बाद पीलीभीत के एक गुरुद्वारे में शरण ली थी। उस समय पंजाब के फगवाड़ा में तीस मार्च 2023 को एक स्कार्पियों बरामद हुई थी। जांच के दौरान पंजाब पुलिस को पता चला कि उक्त स्कार्पियों उत्तराखंड से रजिस्टर्ड थी। जांच में पता चला था कि उक्त गाड़ी अमरिया के एक गुरुद्धारे के प्रमुख के नाम पंजीकृत थी। इस गाड़ी को पूरनपुर क्षेत्र के एक गुरुद्धारे का सेवादार जोगा सिंह चलाता था। वह ही उक्त गाड़ी को लेकर पंजाब गया था। उसके साथ पंजाब के सानेवाल निवासी गुरवंत सिंह भी था।
जोगा सिंह की बाद में जालंधर के सरहिंद से गिरफ्तारी दिखाई थी। उस समय पंजाब पुलिस और एसटीएफ कई दिन तक पीलीभीत में रही थी। इसके बाद इसी वर्ष अप्रैल 2024 में जम्मू के गैंगस्टर राजेश डोंगरा की पंजाब के मोहली में हत्या हुई थी। हत्या करने के बाद सभी हत्यारोपी पीलीभीत के थाना माधोटांडा क्षेत्र के शाहगढ़ में एक फार्म हाउस पर छिपे थे। पंजाब पुलिस ने सभी हत्यारोपियों को यहीं से गिरफ्तार किया था। इसके अलावा जांच में निकल कर आया था कि हत्या करने के लिए असलाह भी पीलीभीत से ही गया था। लगातार हो रही घटनाओं के बाद पीलीभीत पुलिस के अलावा खुफिया इकाईयां भी सक्रिय हो रही हैं।
खालिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के बाद जिले में हाई अलर्ट
पंजाब के तीन खाालिस्तानी आतंकवादियों के पीलीभीत और पंजाब पुलिस से पीलीभीत में हुई संयुक्त मुठभेड़ के बाद जिले में हाईअलर्ट घोषित किया गया है। जिले में नेपाल बार्डर से लेकर उत्तराखंड बार्डर तक बैरियर लगाकर हर आने जाने वालों की चेकिंग की जा रही है। जरा सा संदिग्ध दिखने पर गहनता से पूछताछ की जा रही है। एसपी ने बताया कि पुलिस कई बिंदुओं पर काम कर रही है। एसपी अविनाश पाण्डेय ने जिले में हाईअलर्ट करते हुए सभी सीओ,थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों को भ्रमणशील रहकर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए। एसपी के आदेश के बाद नेपाल बार्डर से सटे थाना हजारा,माधोटांडा और उत्तराखंड बार्डर से सटे अमरिया,न्यूरिया और माधोटांडा थाना क्षेत्रों में खास निगरानी रखी गई।
बार्डर के थानों में थाना प्रभारियों और चौकी प्रभारियों ने बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग की। चूंकि नेपाल बार्डर की खुली सीमा जनपद में नहीं है। इसीलिए नेपाल आने जाने वाले कच्चे रास्तों पर भी पुलिस ने चौकसी बरती। इतना ही नहीं जिले से बाहर जाने वाले बार्डर के प्वांइट बीसलपुर कोतवाली के चुर्रा,खननका,सेहरामऊ के गढ़वाखेड़ा,जहानाबाद थाने के शाही और परेवा,अमरिया थाने की मुडलिया गौसू,न्यूरिया के मझोला में पुलिस ने पिकेट लगाकर चेकिंग की। किसी भी प्रकार का शक होने पर आईडी आदि भी चेक की गई। एसपी ने बताया कि तीन खालिस्तानी आतंकियों के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद सुरक्षा के चलते हाईअलर्ट किया गया है।