Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Passengers are not liking the Meerut Lucknow Vande Bharat Express due to high fare

यात्रियों को नहीं भा रहा मेरठ-लखनऊ वंदेभारत एक्सप्रेस, आठ में से सात खाली डिब्बों के साथ दौड़ रही ट्रेन

  • इसी महीने मेरठ से लखनऊ के लिए शुरू होने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस यात्रियों को रास नहीं आ रही है। इसमें हर दिन केवल 130-150 यात्री ही सफर कर रहे हैं। वंदेभारत को पर्याप्त यात्री न मिलने का सबसे बड़ा कारण है इसका किराया। आम ट्रेनों के मुकाबले यह करीब चार गुनी महंगी है।

Pawan Kumar Sharma लाइव हिन्दुस्तानMon, 30 Sep 2024 02:44 PM
share Share

मेरठ से वाया बरेली होकर लखनऊ जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस यात्रियों को रास नहीं आ रही है। महंगा किराया होने के कारण पैसेंजर्स इस ट्रेन से यात्रा करना पसंद नहीं कर रहे हैं। ट्रेन में आठ कोच में जिसमें से अक्सर सात डिब्बे खाली रह रहे हैं। मेरठ और मुरादाबाद से लखनऊ तक का सफर करन वाले 50 से 60 यात्री हैं तो वहीं बरेली से 35-40 सवारियां हैं।

31 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी और रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव ने वर्चुअली तौर पर हरी झंडी दिखाकर मेरठ से लखनऊ के लिए इस वंदेभारत एक्सप्रेस को रवाना किया। इसके बाद इसी महीने 2 सितंबर से ये ट्रेन रेगुलर शुरू हो गया। मंगलवार को छोड़कर यह छह दिन चलती है। इस ट्रेन की खास बात यह है कि जहां यूपी की अधिकतर वंदेभारत एक्सप्रेस सफेद रंग के हैं तो वहीं, यह केसरिया रंग की है। हालांकि अब इस ट्रेन का संचालन होते हुए एक महीने होने वाले हैं। लेकिन अब भी इसे पर्याप्त सवारियां नहीं मिल रही हैं। वंदेभारत के एक कर्मचारी के मुताबिक हर दिन केवल 120 से 150 तक ही यात्री इसमें सफर करते हैं। यानी एक लगभग एक से दो कोच की सवारी ही सफर करती है।

वंदेभारत को सवारी न मिलने के सबसे बड़ा कारण इसका किराया है। दरअसल, मेरठ से चलने वाली राज्य रानी एक्सप्रेस और बरेली से गुजरने वाली टनकपुर त्रिवेणी एक्सप्रेस का किराया वंदेभारत से चार गुना कम है। इसलिए यात्री वंदेभारत की तुलना में दूसरे ट्रेनों को प्राथमिकता दे रहे हैं। सोमवार को इस ट्रेन में एक कोच के बराबर ही सवारियां थीं।

ये भी पढ़ें:यूपी में एक बार फिर ट्रेन डिरेल करने की कोशिश, बलिया में पत्थर से टकराया इंजन

कितना है मेरठ से लखनऊ तक का किराया

वंदेभारत एक्सप्रेस मेरठ से लखनऊ 7 घंटे 10 में पहुंचा देगी और इसका किराया 1355 रुपये है। वहीं, राज्यरानी के चेयरकार का किराया 655, थर्ड एसी का 790 और सेकेंड एसी का 1100 रुपये है। राज्यरानी को मेरठ से लखनऊ पहुंचने में 8 घंटे का समय लगता है। इसके अलावा मेरठ से नौंचदी एक्सप्रेस भी है जो 9 घंटे 10 मिनट में लखनऊ पहुंचा देती है। इसके स्लीपर क्लास का किराया 275 और थर्ड एसी का किराया 745 रुपये है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें