Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Now the focus is on Muslim votes in UP by-elections, Akhilesh's challenge increased due to the moves of Mayawati, Owaisi

यूपी उपचुनाव में अब मुस्लिम वोटों पर जोर, मायावती, औवेसी और चंदशेखर के दांव से अखिलेश की चुनौती बढ़ी

यूपी उपचुनाव में अब मुस्लिम वोटों पर जोर है। मायावती, औवेसी और चंदशेखर की पार्टी के दांव से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। पहले हुए आम चुनाव में हासिल मुस्लिम समर्थन को दोहरा पाना बड़ी चुनौती है।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानMon, 18 Nov 2024 05:34 AM
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समाजवादी पार्टी ने यूपी के उपचुनाव से लेकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तक मुस्लिम वोटों पर निगाह लगा दी है। एक ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खां परिवार से मुलाकात कर संदेश दिया है तो वहीं वह प्रचार अभियान के आखिरी रोज सोमवार को मुंबई में जनसभा करेंगे। मुंबई में दो सीट पर सपा के मुस्लिम प्रत्याशी हैं।

असल में समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव में पीडीए का भरपूर समर्थन मिला। पीडीए में ‘ए’ यानी अल्पसंख्यक वोट भी इंडिया गठबंधन पर खूब बरसे। इस बार हालात बदले हैं और उपचुनाव की जंग आखिरी दौर में गैर भाजपाई दलों में मुसलिम वोटों को हासिल करने पर सिमट गई है। सपा के लिए एक ओर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम इस वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश में है। तो वहीं नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)भी दलित मुस्लिम गठजोड़ के जरिए उपचुनाव की जंग में हैं। खुद बहुजन समाज पार्टी इस वोट बैंक के बड़े दावेदार के तौर पर उभरी है। ऐसे में सपा के लिए चार महीने पहले हुए आम चुनाव में हासिल मुस्लिम समर्थन को दोहरा पाना बड़ी चुनौती है।

उपचुनाव में एआईएमआईएम मीरापुर, कुंदरकी व गाजियाबाद सीट पर चुनाव लड़ रही है। मीरापुर में जहां 40 प्रतिशत से ज्यादा मुस्लिम वोट हैं जबकि सीसामऊ में मुस्लिम वोटरों की 45 प्रतिशत है। कुंदरकी में 65 प्रतिशत मुस्लिम हैं। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)कुंदरकी, खैर, कटेहरी, गाजियाबाद, करहल, मंझवा व फूलपुर में दलित मुस्लिम वोटों को साधने में जुटी है। रणनीति के तहत चंद्रशेखर आजाद ने जेल में बंद सपा नेता आजम खां के बेटे से मुलाकात कर नया संदेश देने की कोशिश की है। अब उन्होंने रामपुर में जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की।

सपा को अहसास है कि भले ही आजम खां का इस वक्त सियासी पराभव चल रहा हो, लेकिन उनके समर्थकों में यह संदेश न जाए कि पार्टी ने किनारा कर लिया है। इसलिए अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के संस्थापक सदस्य व प्रमुख महासचिव आजम खां की पत्नी डॉ. तज़ीन फातिमा से मुलाकात की। बाद में अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खां के साथ जो अन्याय हुआ है। उन पर झूठे मुकदमे लगे हैं। हमें उम्मीद है कि न्यायालय से उन्हें न्याय मिलेगा। हमारी सरकार आने पर उन पर लगे झूठे मुकदमे खत्म होंगे। आजम खान की पत्नी भी यही चाहती हैं कि उन्हें न्याय मिले। महाराष्ट्र चुनाव में मुस्लिम वोटों को साधने के लिए वहां की सपा यूनिट के प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आजमी ने पूरा चुनाव इसी वोट बैंक पर फोकस कर रखा है जबकि सपा सांसद इकरा हसन भी कई दिनों से महाराष्ट्र में कैंप कर कई जनसभाएं कर चुकी हैं। उधर, बसपा इस बार उपचुनाव के जरिए अपनी खोई जमीन पाने की कोशिश में दिखती है। उसकी नजर भी इसी वोट बैंक पर खास तौर पर है।

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