मुख्तार अंसारी गिरोह का नया कारनामा, पार्किंग ठेके के नाम पर पौने 24 लाख की धोखाधड़ी; एक गिरफ्तार
- धोखाधड़ी में परवेज की पत्नी अख्तरी बानो और सूजाबाद का विनय गुप्ता भी आरोपी हैं। परवेज मोहम्मदाबाद (गाजीपुर) के महेंद गांव का मूल निवासी है। वह मुख्तार अंसारी के खास अशोकविहार कॉलोनी के मेराज का भांजा है। परवेज पर पहले से कैंट थाने में धोखाधड़ी, रंगदारी, मारपीट, धमकी के 5 केस दर्ज हैं।
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Mukhtar Ansari Gang: वाराणसी के सिटी रेलवे स्टेशन पर पार्किंग के ठेके को लेकर 23.65 लाख की धोखाधड़ी में मुख्तार अंसारी गिरोह के परवेज अहमद खान को आदमपुर पुलिस ने शुक्रवार को जलालपुरा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। धोखाधड़ी में परवेज की पत्नी अख्तरी बानो और सूजाबाद का विनय गुप्ता भी आरोपी हैं। परवेज मोहम्मदाबाद (गाजीपुर) के महेंद गांव का मूल निवासी है। वह मुख्तार के खास अशोकविहार कॉलोनी के मेराज का भांजा है। परवेज पर पहले से कैंट थाने में धोखाधड़ी, रंगदारी, मारपीट, धमकी के पांच केस दर्ज हैं।
राजघाट के नया महादेव निवासी मारुति शंकर शुक्ला ने उसके खिलाफ बीते साल सितंबर में केस दर्ज कराया था। बताया था कि विनय गुप्ता उसका परिचित है। उसके माध्यम से परवेज से मुलाकात हुई। इसके बाद साझेदारी में बनारस सिटी स्टेशन पर पार्किंग का ठेका लेने की बात कही। बात तय होने पर मारुति ने कई बार में परवेज को 3.15 लाख रुपये दिये। परवेज ने बीते साल 18 अप्रैल को बताया कि ई-ऑक्शन से आवेदन कर दिया है।
अगले दिन विनय और परवेज ने टेंडर पेपर की प्रति भी दी। उसपर लिखे नदेसर स्थित आफिया इंटरप्राइजेज के बारे में पूछने पर परवेज ने बताया कि वह सभी टेंडर पत्नी के फर्म के नाम से लेता है। साझेदारी अनुबंध पत्र बनाने की बात पर 22 अप्रैल को परवेज ने पत्नी अख्तरी बानो को लाकर विनय समेत दो गवाह के हस्ताक्षर कराए और एक प्रति उसे दी। इसमें 50 फीसदी हिस्सेदारी मारुति शंकर की लिखी थी। टेंडर राशि 57 लाख 786 में मारुति को 28 लाख 50 हजार 393 रुपए देने थे। 23 लाख 65 हजार रुपये देने के बाद जब मारुति शंकर ने टेंडर के कार्य के बारे में पूछताछ की तो परवेज हीला हवाली करने लगा।
इस पर जानकारी लेने मारुति शंकर लहरतारा स्थित डीआरएम कार्यालय पहुंचे। वहां बताया गया कि एग्रीमेंट पेपर में कुछ जगह धनराशि, पता, प्रतिशत आदि एडिट कर गलत पेपर दिया गया है। यही नहीं रुपये जमा न करने पर टेंडर कैंसिल भी किया जा चुका है। इस पर मारुति शंकर ने विनय और परवेज से बात की तो दोनों धमकी देने लगे। परवेज ने अपने मामा का नाम लेकर जान से मारने की धमकी दी और रुपये वापस करने से इनकार कर दिया। गिरफ्तारी करने वाली टीम में इंस्पेक्टर वीरेंद्र सोनकर, उप निरीक्षक बलिराम यादव, विजय कुमार चौधरी, राजकुमार, नेहा नायक थीं।