पश्चिमी यूपी में 11 फीसदी अधिक हुई बारिश, पूर्वांचल के 23 जिलों से रूठा रहा मॉनसून
- मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार से गुरुवार तक केवल बादलों की आवाजाही रहेगी। फिर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय के अनुसार अभी एक सिस्टम और बन रहा है। इसका असर अगले 72 घंटों के बाद आ सकता है। फिर दो से तीन दिनों तक गरज चमक के साथ बारिश संभव है।
Rain in UP: जून से सितंबर तक मानसून की बारिश मानी जाती है। इस बार पश्चिमी यूपी में जहां औसत से 11 फीसदी अधिक बारिश हुई वहीं पूर्वी यूपी में सात फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई। पूर्वांचल के 23 जिलों में मॉनसून रूठा रहा। यहां औसत से कम बारिश हुई। ऐसे ‘सूखा’ वाले शहरों में फतेहपुर (51 फीसदी कम), जौनपुर (51 फीसदी कम), कुशीनगर (50 फीसदी कम), सीतापुर, उन्नाव, मिर्जापुर, कानपुर देहात, देवरिया, चंदौली शामिल हैं। इसी तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में औसत से कम बारिश रही। इनमें अलीगढ़, अमरोहा, शाहजहांपुर, शामली,सहारनपुर, पीलीभीत, बिजनौर शामिल रहे। कानपुर नगर में औसत से 16 फीसदी कम बारिश रह गई।
जून से सितंबर 2024 तक 746.2 औसत बारिश दर्ज होनी थी। सितंबर तक यह 744.3 मिमी हो सकी जो औसत से बिल्कुल नजदीक है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 799 मिमी बारिश होनी चाहिए थी लेकिन 745.5 मिमी ही हो सकी। यह सामान्य से 07 फीसदी कम है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 672 मिमी वर्षा होनी थी लेकिन हुई 742.8 मिमी। यह 11 फीसदी अधिक है।
कानपुर में 16 फीसदी कम रही कानपुर नगर में 623.2 मिमी बारिश का औसत था लेकिन 521.2 मिमी बरसात ही दर्ज हो सकी। 16 फीसदी बारिश कम हुई। अगस्त माह तक 34 फीसदी कम रही थी लेकिन सितंबर में हुई तेज बारिश ने इसमें सुधार कर दिया। सितंबर माह में कुल 269 मिमी बारिश दर्ज की गई। कुल दस दिवस में बारिश हुई।
दिन का पारा 36 डिग्री तक जाएगा
सोमवार को तेज धूप खिलते ही तापमान चढ़ गया। अधिकतम पारा 29.6 से बढ़कर 33.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। चार डिग्री सेल्सियस पारा चढ़ गया। न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो रविवार के मुकाबले कम है। अभी तापमान में वृद्धि जारी रहेगी। दिन का पारा 36 डिग्री तक पहुंच सकता है।
तीन दिन बाद फिर बारिश
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार से गुरुवार तक केवल बादलों की आवाजाही रहेगी। फिर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि अभी एक सिस्टम और बन रहा है। इसका असर अगले 72 घंटों के बाद आ सकता है। फिर दो से तीन दिनों तक गरज चमक के साथ बारिश संभव है।