हक पाने के लिए संघर्ष ही एक मात्र रास्ता : मानिक लाल
Moradabad News - प्रदेश के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष मानिक लाल नागर ने कहा कि सरकार संविदा कर्मचारियों को स्थाई नहीं कर रही है और न ही वेतन बढ़ा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से...

हक पाने के लिए संघर्ष ही एक मात्र रास्ता है। प्रदेश की निकायों में कार्यरत सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर विधान सभा तक संघर्ष करें। मुख्यमंत्री सफाई कर्मचारियों को न तो वेतन बढ़ा रहे हैं और न ही संविदा कर्मियों को स्थाई कर रहे हैं। यह बात रविवार को महानगर पहुंचे स्थानीय निकाय सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मानिक लाल नागर ने संघ के कर्मचारियों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि सरकार संविदा सफाई कर्मचारियों को गुमराह कर रही है। निकायों में संविदा सफाई कर्मचारियों की भर्ती अप्रैल 2006 में हुई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि वह 2006 से निकायों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को स्थाई करें।
आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को समान कार्य का समान वेतन 20 हजार प्रति माह किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बढ़ती आबादी निकार्यों की बढ़ती जनसंख्या व क्षेत्रफल को देखते हुए कम से कम तीन लाख सफाई कर्मचारियों की भर्ती करें। निकाय सफाई कर्मचारियों को मेडिकल, कैशलैस की सुविधा, पुरानी पेंशन की बहाली, अनुसूचित जाति आरक्षण का 90 प्रतिशत हिस्सा वाल्मीकि समाज, स्वच्छकार समाज को दिया जाए। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री से एक प्रतिनिधि मंडल मिल चुका है। उन्हें मांगों भरा ज्ञापन भी दिया जा चुका है। इस दौरान प्रेम बाबू वाल्मीकि, राजेंद्र सहदेव, सुनील लश्करी, अमित भारतीय, नंदू वाल्मीकि, जय किशोर वाल्मीकि, विजयवीर, विपिन कुमार आदि रहे। वहीं दूसरी ओर प्रांतीय संगठन मंत्री की संस्तुति पर संजय, सुनील कांत को संघ में निष्क्रियता के चलते पदमुक्त किया गया।
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