आयुष दवाओं के ऑडिट को पहुंची शासन की टीम
मुरादाबाद के सरकारी अस्पतालों में आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा के मरीज दवाओं की कमी से परेशान हैं। दो साल बाद भी शासन से बजट जारी होने के बावजूद दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इस पर शासन की टीम...
मुरादाबाद। जनपद के सरकारी अस्पतालों में आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के अंतर्गत इलाज कराने के मकसद से पहुंच रहे मरीज दवाओं की बाट जोह रहे हैं। आयुष श्रेणी के अंतर्गत आने वाली इन दवाओं के लिए दो साल के बाद शासन से बजट जारी हो जाने के बावजूद अभी ये दवाएं उपलब्ध नहीं हुई हैं। आयुष दवाओं की खरीद, वितरण व खपत में कथित गड़बड़ी का अंदेशा भी सामने आया है। इसी को देखते हुए शासन की टीम जनपद में पहुंची और उसने पूर्व में आयुष दवाओं की आपूर्ति, वितरण आदि की पड़ताल के लिए ऑडिट शुरू कर दिया। प्रयागराज से पहुंची टीम ने मुरादाबाद में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित ड्रगवेयर हाउस के साथ ही उन सभी अस्पतालों में आयुष दवाओं की खरीद, आपूर्ति, वितरण व खपत से जुड़े दस्तावेजों को खंगालना शुरू किया। जिससे जिम्मेदारों में हड़कंप मच गया।
मुरादाबाद में कार्यरत एनएचएम के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम मैनेजर रघुवीर सिंह व एनएचएम के अंतर्गत कार्यरत डिस्ट्रिक्ट एपिडेमियोलॉजिस्ट अजीजुर्रहीम ने ऑडिट शुरू होने की तस्दीक की। अनुमान जताया कि प्रयागराज से पहुंची टीम ऑडिट से जुड़ी कार्रवाई आगामी पंद्रह दिनों तक लगातार जारी रख सकती है।
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