मनी लॉंड्रिंग केस: एल्विश यादव से आठ घंटे तक पूछे गए सवाल, कई का अभी नहीं मिला जवाब, फिर बुलाएगी ईडी
मनी लांड्रिंग में फंसे यू-ट्यूबर एल्विश यादव आखिर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अफसरों का सामना करने पहुंच ही गये। ईडी के दफ्तर में उनसे आठ घंटे तक पूछताछ की गई। रेव पार्टियां आयोजित करने में ली गई फीस व अब तक बनायी गई सम्पत्ति के बारे में कई सवाल किये गये।
यू-ट्यूबर एल्विश यादव आखिर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अफसरों का सामना करने पहुंच ही गये। मनी लांड्रिंग में फंसे एल्विश यादव से ईडी के दफ्तर में आठ घंटे तक पूछताछ की गई। रेव पार्टियां आयोजित करने में ली गई फीस व अब तक बनायी गई सम्पत्ति के बारे में कई सवाल किए गए। एल्विश ने कई सवालों का जवाब नहीं दिया। वहीं कई सवालों के जवाब से ईडी के अफसर संतुष्ट नहीं हुए। पूछताछ के बाद दफ्तर से बाहर निकलते समय एल्विश मीडिया के सवालों से बचते हुए चले गये। ईडी उन्हें जल्दी ही फिर पूछताछ के लिये बुला सकती है।
रेव पार्टियों के लिए सांपों के जहर की खरीद-फरोख्त में फंसे बिग बॉस ओटीटी-टू के विजेता एल्विश यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) का केस दर्ज किया गया था। ईडी के लखनऊ जोन कार्यालय की टीम इस मुकदमे की विवेचना कर रही है। ईडी ने एल्विश के बैंक खातों से हुए लेन-देन का पूरा ब्योरा पहले ही जुटा रखा है। उसके पास मौजूद लग्जरी गाड़ियों की खरीद-फरोख्त की भी पूरी जानकारी ईडी के पास है। ईडी ने एक सितम्बर को उसे पूछताछ के लिये बुलाया था पर उसने चार सितम्बर तक का समय ले लिया था। तय समय के मुताबिक पांच सितम्बर को वह लखनऊ में ईडी के अफसरों के सामने पहुंचा।
सांपों के जहर की सप्लाई पर कई सवाल
सूत्रों का कहना है कि ईडी ने उससे सांपों के जहर की सप्लाई करने से जुड़े कई सवाल पूछे। यह भी पूछा कि सांपों के जहर का असली खेल क्या है। इसका इस्तेमाल करने के लिये पार्टी में आने वालों से कितनी रकम ली जाती थी। इसके अलावा उसकी सम्पत्ति के बारे में काफी पूछताछ हुई।
एल्विश व साथी राहुल की सम्पत्ति जब्त होगी
ईडी की एक टीम एल्विश और उसके साथी गायब राहुल यादव की सम्पत्ति को जल्दी ही जब्त करेगी। राहुल यादव फाजिलपुरी के एक एल्बम में सांपों का इस्तेमाल किया गया था। एल्विश के साथ राहुल की भूमिका की भी जांच हुई थी। जांच में पता चला था कि सांपों का जहर एनसीआर के कुछ नामचीन होटलों, क्लबों, रिसॉर्ट्स और फार्म हाउस में होने वाली रेव पार्टियों में मुहैया कराया जाता था। इनको जब चिन्हित किया जाने लगा था तब राहुल यादव का नाम सामने आया था।