कृष्ण और रूक्मणी विवाह की कथा सुन श्रोता हुए भावविभोर
जमालपुर के हरिहरपुर गांव में भागवत कथा में अनादि महराज ने श्री कृष्ण और रुक्मणी के विवाह की कथा सुनाई। कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने जयकारे लगाए, जिससे पंडाल गूंज उठा। रुक्मणी ने कहा कि वह केवल कृष्ण से...
जमालपुर, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के हरिहरपुर गांव में आयोजित भागवत कथा में अनादि महराज ने श्री कृष्ण व रुक्मणी विवाह की कथा सुनकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिए। कथा के बीच श्रद्धालुओं के जयकारों से पंडाल गूंज उठा।
कथावाचक ने कहाकि रुक्मणी से शिशुपाल विवाह करना चाहता था, लेकिन रुक्मणी कृष्ण के अलावा किसी और से विवाह करना स्वीकार नहीं था। रुक्मणी ने कहा कि प्राण त्याग दूगी लेकिन विवाह कृष्ण अलावा किसी और नहीं करूंगी। रूक्मीणी ने अपनी सखियों से अपने प्रेम का सन्देश श्री कृष्ण तक पहुंचवाया। श्रीकृष्ण को जब यह बात पता चली कि रुक्मणी संकट में है तो और शिशुपाल जबरदस्ती उससे विवाह के लिए आया है। तब कृष्ण ने पहुंचकर रुक्मणी का हरण कर लिए। शिशुपाल ने भगवान श्रीकृष्ण से युद्ध किया और युद्ध में वह पराजित हुए। श्रीकृष्ण ने रुक्मणी को द्वारिकाधीश ले गये फिर धूमधाम से विवाह किया। इस दौरान कथा आयोजक कोशलेश सिंह, छाया सिंह, सुधाकर सिंह, अंकित सिंह, रतनेश सिंह, अखिलेश सिंह, हनुमतशरण सिंह मौजूद रहे।
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