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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Mayawati got a cut from SP s PDA Kanshi Ram s BAMCEF will be strengthened in every district Chandrashekhar Azad

मायावती का अब कांशीराम की बामसेफ पर बड़ा दांव, चंद्रशेखर की काट या सपा की PDA को जवाब?

उत्तर प्रदेश में दरकती जमीन को वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा आमचुनाव से पहले वापस पाने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने वर्षों बाद बामसेफ के पुनर्गठन का फैसला किया है। इसी सपा के पीडीए की काट के रूप में देखा जा रहा है।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 19 Sep 2024 03:59 PM
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उत्तर प्रदेश में दरकती जमीन को वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा आमचुनाव से पहले वापस पाने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने वर्षों बाद बामसेफ के पुनर्गठन का फैसला किया है। हर जिले में बामसेफ का एक अध्यक्ष व 10 उपाध्यक्ष के साथ विधानसभा स्तर पर संयोजक रखे जाएंगे। इसके साथ ही तीन मंडलों पर बनाए गए एक सेक्टर की व्यवस्था को समाप्त करते हुए फिर से मंडलीय व्यवस्था लागू की गई है। हर मंडल पर एक मुख्य कोआर्डिनेटर होगा और सहयोग में तीन से चार कोआर्डिनेटर रखे गए हैं। एक बार फिर से हर जिले में मुस्लिम व ब्राह्मण भाईचारा कमेटियां बनाई गई है। इसे आगे चलकर और बढ़ाया जाएगा। मायावती के इस कदम को समाजवादी पार्टी  के पीडीए की काट और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर आजाद की काट  के रूप में देखा जा रहा है। चंद्रशेखर में पिछले दिनों दिल्ली में दलित समुदाय के हजारों युवाओं का जमावड़ा करके राजनीतिक विश्लेषकों को अपने बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया था।

बसपा सुप्रीमो ने गुरुवार को पार्टी कार्यालय में बैठक में संगठन विस्तार और विधानसभा उपचुनाव के साथ वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा आमचुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मान्यवार कांशीराम ने संगठन को मजबूत करने के लिए बामसेफ और डीएस-फोर का गठन किया था। बामसेफ बसपाई की परछाई है। बसपा इसके बिना कुछ भी नहीं है। इसलिए जिलों में बामसेफ का पुनर्गठन करते हुए इसका विस्तार किया जाए और इसमें कॉडर के लोगों को जोड़ा जाए।

पीडीए की काट निकाली

बसपा को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने के लिए दलितों, पिछड़ों और वंचितों के साथ मुस्लिमों व ब्राह्मणों को जोड़ने का अभियान चलेगा। हर जिले में मुस्लिम व ब्राह्मण भाईचार कमेटियां होंगी। इनका मुख्य काम पार्टी के साथ अपने-अपने समाज के लोगों को जोड़ना होगा। समाजवादी मुखिया अखिलेश यादव के पीडीए की काट के लिए दलितों, पिछड़ों, मुस्लिमों और ब्राह्मणों को खड़ा किया जाएगा।

आम चुनाव से पहले बूथ-सेक्टर कमेटियां

बसपा सुप्रीमो ने जमीनी स्तर पर संगठन को नए सिरे से खड़ा करने के लिए बूथ व सेक्टर कमेटियों के गठन का निर्देश दिया है। यह काम मायावती के जन्मदिन 15 जनवरी के दिन से शुरू होगा। इसके पहले बची हुई कमेटियां गठित कर ली जाएंगी। मायावती ने कहा है कि बसपा विधानसभा उपचुनाव और वर्ष 2027 का आम चुनाव अपने दम पर मजबूती के साथ लड़ेगी। इसलिए संगठन को मजबूती के साथ खड़ा किया जाए।

कांशीराम की पुण्यतिथि पर बड़ा कार्यक्रम

बसपा सालों बाद कांशीराम की पुण्यतिथि पर 9 अक्तूबर को लखनऊ में बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगी। मेरठ, आगरा व अलीगढ़ मंडल के लोग दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा हर मंडल के लखनऊ कांशीराम स्मारक में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। हर विधानसभा से लोगों के लाने का लक्ष्य रखा दिया गया है।

आकाश संभालेंगे जिम्मेदारी

बैठक में आकाश आनंद को लेकर भी चर्चा हुई। मायावती ने आकाश को हरियाणा में पूरी तरह से लगाया है। यह भी संकेत दिया गया है कि जहां वह नहीं जा पाएंगी वहां बतौर प्रतिनिधि आकाश आनंद मौजूद रहेंगे। हरियाणा के बाद यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में उन्हें पूरी तरह से लगाया जाएगा। वह यहां चौपाल कार्यक्रम चलाएंगे।

मंडल कमेटियां

लखनऊ मंडल: विजय प्रताप, शमसुद्दीन राईन, अखिलेश अंबेडकर, मौजीलाल गौतम

प्रयागराज मंडल: दिनेश चंद्रा, राजू गौतम व लालराम अहिरवार

मिर्जापुर मंडल: विश्वनाथ पाल व गुड्डू राम

चित्रकूट मंडल: धनश्याम चंद्र खरवार व अशोक गौतम

कानपुर मंडल: धनश्याम चंद्र खरवार व सूरज सिंह जाटव

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