मौलाना शहाबुद्दीन ने पड़ोसी देश के हालात पर जताया अफसोस, कहा- बांग्लादेश के तख्तापलट में अमेरिका-पाकिस्तान का हाथ
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बांग्लादेश के सूरत-ए-हाल पर अफसोस जताया है है। उन्होंने पड़ोसी मुल्क के तख्तापलट के पीछे पाकिस्तान और अमेरिका का हाथ बताया है।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि बांग्लादेश के सूरत-ए-हाल पर हमें अफसोस है। शेख हसीना सेकुलर, सुन्नी सूफी विचार रखने वाली प्रधानमंत्री थीं। उन्होंने भारत सरकार से मिलकर बांग्लादेश को तरक्की की ऊंचाइयों पर पहुंचाया। तख्तापलट के पीछे पाकिस्तान और अमेरिका का हाथ है।
मौलाना शहाबुद्दीन ने आगे कहा कि शेख हसीना ने वहाबी कट्टरपंथी विचारधारा के प्रचारकों और वहाबी संगठन जमाते इस्लामी पर प्रतिबंध लगाया था। इसकी वजह से पाकिस्तान और अमेरिका ने कट्टरपंथी विचारधारा के लोगों को इस्तेमाल कर शेख हसीना की चुनी हुई सरकार का तख्तापलट किया।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मंगलवार को प्रेस को जारी बयान में कहा की बांग्लादेश के वर्तमान हालात निहायत ही खराब हैं। वहां पर एक निर्वाचित सरकार को पाकिस्तान और अमेरिका ने साजिश के तहत तख्तापलट कर दिया। पाकिस्तान ने कट्टरपंथी विचारधारा रखने वाले यानी वहाबियों के साथ मिलकर शेख हसीना की निर्वाचित सरकार को बेदखल कर दिया।
मौलाना ने कहा कि शेख हसीना ने कुछ दिन पहले कट्टरपंथी विचारधारा वाले प्रचारकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की थी और उनको गिरफ्तार भी कराया था। साथ ही, वहाबी विचारधारा वाले संगठन जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध भी लगा दिया था। इस तरह से कट्टरपंथी विचारधारा से संबंधित सभी संगठनों ने मिलकर पाकिस्तान और अमेरिका के इशारे पर शेख हसीना की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया।