प्रयागराज महाकुंभ में महाशिवरात्रि को लेकर यातायात का मास्टर प्लान लागू, जान लें रहेगा ये प्रतिबंध
- Prayagraj Mahakumbh: प्रयागराज महाकुंभ में आखिरी स्नान शिवरात्रि के लिए यातायात का मास्टर प्लान लागू हो गया है। इस दिन अक्षयवट दर्शन के लिए बंद रहेगा। हालांकि विभिन्न रूटों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग शिवालयों में दर्शन पूजन की सुविधा मिलेगी।
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महाकुंभ मेला में सिर्फ दो दिन शेष है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ मेले का समापन होगा। अंतिम स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। साथ ही सड़कों पर वाहनों का दबाव भी अधिक रहेगा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुगम आवागमन के लिए महाशिवरात्रि पर यातायात व्यवस्था का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। भीड़ को काबू करने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इस दिन अक्षयवट दर्शन के लिए बंद रहेगा। हालांकि विभिन्न रूटों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग शिवालयों में दर्शन पूजन की सुविधा मिलेगी। श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन व सुरक्षा कारणों से मेला क्षेत्र में आने वाले सभी वाहनों पर यातायात डायवर्जन लागू रहेगा। साथ ही निर्धारित 36 पार्किंग स्थलों पर ही वाहन खड़े होंगे।
मास्टर प्लान 25 फरवरी की सुबह आठ बजे से 27 फरवरी की सुबह आठ बजे तक अथवा भीड़ समाप्ति तक लागू रहेगा। मेला क्षेत्र में प्रशासनिक व चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त अन्य सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली मार्ग आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जाएंगे। वहीं संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इंटर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य को रवाना होंगे।इसके साथ ही आईजी स्तर के छह अफसरों को आखिरी स्नान पर्व ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जौनपुर की तरफ से आने वाली गाड़ियां
जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहन चीनी मिल, पूरे सूरदास गारापुर रोड, समयामाई मंदिर कछार, व बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में वाहन खड़ी करेंगे। यहां से पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद महादेव गंगोली शिवाला मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन
वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन महुआ बाग थाना झूंसी (अखाड़ा पार्किंग), सरस्वती पार्किंग झूंसी रेलवे स्टेशन, नागेश्वर मंदिर, ज्ञान गंगा घाट छतनाग व शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में खड़े होंगे। यहां से श्रद्धालु पैदल छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद निकटतम नागेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहन
मिर्जापुर की तरफ से आने वाले श्रद्धालु देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी, टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवैया/देवरख, ओमेक्स सिटी व गंजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी में वाहन खड़ी करने के उपरांत पैदल अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद सोमेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
लखनऊ-प्रतापढ़ से आने वाली गाड़ियां
लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को गंगेश्वर महादेव कछार, नागवासुकि, बक्शी बांध, बड़ा बागड़ा व आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग स्थल में खड़े होंगे। यहां से पैदल नागवासुकि मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद नागवासुकि मंदिर, गंगेश्वर महादेव मंदिर व कोटेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले वाहन
रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले वाहन नवप्रयागम पार्किंग पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार, एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी, महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग व मीरखपुर कछार पार्किंग में खड़े होंगे। श्रद्धालु यहां से पैदल ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बांध से मेला में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद सोमेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।
महाकुंभ मेला में सिर्फ दो दिन शेष है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान पर्व के साथ मेले का समापन होगा। अंतिम स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। साथ ही सड़कों पर वाहनों का दबाव भी अधिक रहेगा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सुगम आवागमन के लिए महाशिवरात्रि पर यातायात व्यवस्था का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। भीड़ को काबू करने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इस दिन अक्षयवट दर्शन के लिए बंद रहेगा। हालांकि विभिन्न रूटों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग शिवालयों में दर्शन पूजन की सुविधा मिलेगी। श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन व सुरक्षा कारणों से मेला क्षेत्र में आने वाले सभी वाहनों पर यातायात डायवर्जन लागू रहेगा। साथ ही निर्धारित 36 पार्किंग स्थलों पर ही वाहन खड़े होंगे।
मास्टर प्लान 25 फरवरी की सुबह आठ बजे से 27 फरवरी की सुबह आठ बजे तक अथवा भीड़ समाप्ति तक लागू रहेगा। मेला क्षेत्र में प्रशासनिक व चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त अन्य सभी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली मार्ग आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जाएंगे। वहीं संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग होते हुए इंटर लाकिंग वापसी मार्ग त्रिवेणी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य को रवाना होंगे।इसके साथ ही आईजी स्तर के छह अफसरों को आखिरी स्नान पर्व ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जौनपुर की तरफ से आने वाली गाड़ियां
जौनपुर की तरफ से आने वाले वाहन चीनी मिल, पूरे सूरदास गारापुर रोड, समयामाई मंदिर कछार, व बदरा सौनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग में वाहन खड़ी करेंगे। यहां से पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद महादेव गंगोली शिवाला मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन
वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहन महुआ बाग थाना झूंसी (अखाड़ा पार्किंग), सरस्वती पार्किंग झूंसी रेलवे स्टेशन, नागेश्वर मंदिर, ज्ञान गंगा घाट छतनाग व शिव मंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में खड़े होंगे। यहां से श्रद्धालु पैदल छतनाग मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद निकटतम नागेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
मिर्जापुर की तरफ से आने वाले वाहन
मिर्जापुर की तरफ से आने वाले श्रद्धालु देवरख उपरहार पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी, टेंट सिटी पार्किंग मदनुआ/मवैया/देवरख, ओमेक्स सिटी व गंजिया पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी में वाहन खड़ी करने के उपरांत पैदल अरैल बांध रोड से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद सोमेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
लखनऊ-प्रतापढ़ से आने वाली गाड़ियां
लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को गंगेश्वर महादेव कछार, नागवासुकि, बक्शी बांध, बड़ा बागड़ा व आईईआरटी पार्किंग उत्तरी/दक्षिणी पार्किंग स्थल में खड़े होंगे। यहां से पैदल नागवासुकि मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद नागवासुकि मंदिर, गंगेश्वर महादेव मंदिर व कोटेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे।
रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले वाहन
रीवा-बांदा-चित्रकूट से आने वाले वाहन नवप्रयागम पार्किंग पूर्वी/पश्चिमी/विस्तार, एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट पार्किंग यमुना पट्टी, महेवा पूरब/पश्चिम पार्किंग व मीरखपुर कछार पार्किंग में खड़े होंगे। श्रद्धालु यहां से पैदल ओल्ड रीवा मार्ग व न्यू रीवा मार्ग होकर अरैल बांध से मेला में प्रवेश करेंगे। स्नान के बाद सोमेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।
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कानपुर-कौशाम्बी से आने वाली गाड़ियां
कानपुर-कौशाम्बी की तरफ से आने वाले श्रद्धालु काली एक्सटेंशन प्लाट नंबर 17 पार्किंग, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज मैदान व दधिकांदो मैदान पार्किंग में अपनी वाहन खड़ी करेंगे। यहां से पैदल जीटी जवाहर चौराहा होते हुए काली मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे। स्नान के बाद निकटतम मनकामेश्वर मंदिर और दशाश्वमेध मंदिर पर दर्शन पूजन कर सकेंगे।
अयोध्या-प्रतापगढ़ से आने वाले
अयोध्या-प्रतापगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को शिव बाबा पार्किंग स्थल में खड़ी करने की अनुमति होगी। यहां से श्रद्धालु संगम लोवर मार्ग से पैदल मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे। मेला क्षेत्र में स्नान के बाद निकटतम नागवासुकि मंदिर, गंगेश्वर महादेव मंदिर व कोटेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।