Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़मैनपुरीThe wait is over the Ava river will be excavated from 23

खत्म हुआ इंतजार, 23 से अवा नदी की होगी खुदाई

मैनपुरी। अवा नदी के वापस आने की घड़ी आ गई है। सबकुछ ठीक रहा तो शुक्रवार को ठीक 10 बजे नदी की खुदाई का काम शुरू हो जाएगा। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह,...

Newswrap हिन्दुस्तान, मैनपुरीWed, 21 Oct 2020 02:15 PM
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अवा नदी के वापस आने की घड़ी आ गई है। सबकुछ ठीक रहा तो शुक्रवार को ठीक 10 बजे नदी की खुदाई का काम शुरू हो जाएगा। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, सीडीओ ईशा प्रिया की मौजूदगी में खुदाई कार्य शुरू होगा। नदी की खुदाई के लिए प्रशासनिक अमला जुटेगा। आसपास के ग्रामीणों को भी श्रमदान करने के लिए बुलाया जाएगा। नदी के लिए आवश्यक बजट का इंतजाम मनरेगा से किया गया है। लगभग 25 लाख रुपये की कार्य योजना फिलहाल तैयार हुई है। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बजट मनरेगा से ले लिया जाएगा। मस्टर रोल तैयार हो गया है। नदी की खुदाई को लेकर वीडियो घिरोर को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

हिन्दुस्तान ने दो साल पहले अवा नदी के धरातल से गायब होने का खुलासा किया था। इसके बाद से लगातार हिन्दुस्तान ने मैनपुरी से लेकर लखनऊ, दिल्ली तक नदी के गायब होने की आवाज समय-समय पर उठाई है। एक सप्ताह पूर्व सीडीओ ईशा प्रिया ने प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर जाकर नदी की नापजोख का काम पूरा कराया था और नदी की खुदाई कराने की प्लानिंग कर ली। पौराणिक और ऐतिहासिक नजरिए से करहल और बरनाहल ब्लॉक के लिए बेहद महत्वपूर्ण इस नदी की खुदाई मैनपुरी के लिए बड़ा घटनाक्रम है। जनपद के लोग इस नदी की खुदाई की खबर पाकर बेहद उत्साहित हैं। सीडीओ ईशा प्रिया ने गायब नदी का गौरव वापस लाने के लिए व्यक्तिगत पहल शुरू कर रखी है। मंगलवार की शाम सीडीओ ने जानकारी दी कि सबकुछ ठीक रहा तो शुक्रवार सुबह 10 बजे से नदी की खुदाई भिड़ौरा गांव से शुरू होगी।

दबंगों ने 7.5 किमी नदी पर कर रखा है कब्जा

मैनपुरी। अवा नदी पर पिछले 40 सालों से दबंगों का कब्जा है। बरनाहल और करहल क्षेत्र की सीमा से होकर गुजरने वाली अवा नदी सेंगर नदी में जाकर मिल जाती है। लगभग 7.5 किमी लंबाई के क्षेत्र में यह नदी पूरी तरह से गायब हो चुकी है और नदी की जमीन पर दबंगों द्वारा खेती की जा रही है। नदी के होने के प्रमाण वहां बनी पुलिया, पुल हैं। मैनपुरी के राजस्व विभाग और नहर विभाग के नक्शे में नदी होने के प्रमाण हैं लेकिन फिर भी नदी पर कब्जा हो गया था। मंगलवार को खंड विकास अधिकारी घिरोर धीरेंद्र यादव ने बताया कि मनरेगा से नदी की खुदाई कराई जाएगी। लगभग 25 लाख रुपये के बजट का प्रस्ताव बनाया गया है। अन्य विभागों की मदद भी नदी की खुदाई के लिए ली जा रही है।

अवा नदी मौके से गायब है। उन्होंने भिड़ौरा जाकर इसकी पड़ताल की है। नदी की खुदाई शुक्रवार से कराने की प्लानिंग है। डीएम की मौजूदगी में खुदाई का काम कराया जाएगा। जनपद के लोग इस पुनीत कार्य में श्रमदान करने के लिए शुक्रवार को भिड़ौरा पहुंचे।

ईशा प्रिया, सीडीओ मैनपुरी

मैनपुरी प्रशासन ने पहले ईसन नदी, काक नदी को भी जीवित कराया है। पानी का इंतजाम इन नदियों में हो चुका है। अब अवा नदी को पुर्नजीवित कराया जाएगा। शुक्रवार को नदी की खुदाई के कार्यक्रम में वह मौजूद रहेंगे।

महेंद्र बहादुर सिंह, डीएम मैनपुरी

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