आयुर्वेद की दवाओं से सही कर दिया बड़ी आंत का घाव
Lucknow News - आयुर्वेद ने अल्सरेटिव कोलाइटिस का सफलतापूर्वक इलाज किया। 26 वर्षीय युवती को ऑपरेशन की सलाह दी गई थी, लेकिन आयुर्वेदिक दवाओं से एक साल के उपचार के बाद उसकी समस्या ठीक हो गई। युवती अब स्वस्थ है और उसका...
आयुर्वेद में अब अल्सरेटिव कोलाइटिस का भी इलाज संभव है। अल्सरेटिव कोलाइटिस से पीड़ित युवती को पीजीआई व दूसरे संस्थानों में ऑपरेशन की सलाह दी गई। इसके बाद युवती का आयुर्वेद की दवाओं से इलाज चला। इलाज से युवती की समस्या पूरी तरह से सही हो गई। अब युवती स्वस्थ है। युवती के इलाज संबंधी रिपोर्ट को नीदरलैंड से प्रकाशित अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक जर्नल जेएआईएम ने प्रकाशन की स्वीकृति दी है। ऑपरेशन ही आखिरी इलाज बताया था
बाराबंकी निवासी युवती (26) को बड़ी आंत में घाव था। इसे चिकित्सीय भाषा में अल्सरेटिव कोलाइटिस कहा जाता है। इसमें मरीज का वजन लगातार घटता है। साथ ही दिन भर में कई बार मल त्याग करने के लिए जाना पड़ता था। लगातार मल त्याग का अहसास भी होता रहता है। मल की जगह पर खून निकल आता था। युवती ने पीजीआई में दिखाया। काफी दिन दवा चली, लेकिन आराम नहीं मिला तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी। युवती को परिवारीजनों ने दूसरे निजी अस्पतालों में भी दिखाया तो सभी ने ऑपरेशन की सलाह दी।
एक साल तक चला आयुर्वेदिक इलाज
ऐसे में परिवारीजन वरिष्ठ आयुर्वेद डॉ. संजीव रस्तोगी से मिले। राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के काय चिकित्सा विभाग के प्रमुख रहे डॉ. संजीव रस्तोगी ने युवती को दवाएं दीं। करीब एक साल तक युवती का आयुर्वेदिक दवाओं से इलाज किया गया। डॉ. संजीव का दावा है कि युवती को मल के साथ खून आने की समस्या से निजात मिल चुकी है। साथ ही युवती का पांच किलो वजन भी बढ़ गया है। इंडोस्कोप से जांच के बाद बड़ी आंत के घाव दिखने बंद हो गए हैं। अब युवती पूरी तरह से स्वस्थ जीवन जी रही है।
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