यूपी में नुकसान लेकिन महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन में सबसे फायदे में रही सपा, कांग्रेस की बढ़ेगी चिंता?
- यूपी जैसे राज्य में सपा को केवल दो सीटों पर संतोष करना पड़ा लेकिन महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की लहर में सपा अपने दो प्रत्याशी जिताने में कामयाब रही। इस तरह यूपी ने न सही लेकिन महाराष्ट्र से उसे अच्छी खबर जरूरी मिल गई।
यूपी-बिहार के उपचुनाव और महाराष्ट्र, झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। यूपी में सपा ने नौ सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से दो सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। यूपी जैसे राज्य में सपा को केवल दो सीटों पर संतोष करना पड़ा लेकिन महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की लहर में सपा अपने दो प्रत्याशी जिताने में कामयाब रही। इस तरह यूपी ने न सही लेकिन महाराष्ट्र से उसे अच्छी खबर जरूरी मिल गई। सपा महाराष्ट्र यूनिट के अध्यक्ष व अबु आसिम आजमी मुंबई की मानखुर्द नगर सीट से चौथी बार चुनाव जीत गए। उन्होंने एआईएमआईएम को हरा कर चुनाव जीता।
12 सीटें मांगी थीं, नौ पर उतारे प्रत्याशी
सपा को महाविकास अघाड़ी गठबंधन में जगह नहीं मिली। कांग्रेस सपा को केवल दो सीटें देना चाह रही थी। सपा ने बारह पर दावा ठोंका। बाद में नौ सीटों मानखुर्द शिवाजी नगर, भिवंडी ईस्ट, भिवंडी वेस्ट, तुलजापुर, परांदा, औरंगाबाद ईस्ट, मालेगांव सेंट्रल, धुले, भायखला पर प्रत्याशी उतारे। बाद में शिवसेना व एनसीपी शरद पवार के अनुरोध पर चार प्रत्याशी न लड़ाने का निर्णय लिया लेकिन तब तक नाम वापसी की तारीख निकल चुकी थी। भायखला सीट पर प्रत्याशी वापस लेने के लिए खुद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सपा को फोन किया था। अखिलेश ने खुद महाराष्ट्र जाकर कुछ सीटों पर प्रचार किया था। साथ ही यूपी के सपाइयों की पूरी टीम उतार दी थी।
यूपी में सपा ने सीसामऊ और करहल सीट जीती
यूपी विधानसभा की नौ सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने सीसामऊ व करहल सीट पर अपनी जीत दर्ज की है। जबकि सात सीटों पर भाजपा ने कमल खिलाया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में जीती सीट भी इस बार सपा हार गई। कानपुर जिले की सीसामऊ विधानसभा सीट पर सपा ने नसीम सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा और भाजपा के सुरेश अवस्थी के खिलाफ 8,564 वोटों से हराया। सीसामऊ उपचुनाव में किस्मत आजमा रहे कुल पांच उम्मीदवार में से सपा की नसीम सोलंकी को 69,714 मत, भाजपा उम्मीदवार सुरेश अवस्थी को 61,150 मत और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वीरेन्द्र कुमार को 1410 मत मिले। इसी तरह करहल सीट भी सपा बचाने में कामयाब रही। यहां से सपा के तेज प्रताप यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अनुजेश प्रताप सिंह को 14725 मतों के अंतर से पराजित किया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के भतीजे और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप यादव ने चुनाव में जीत हासिल की। यह सीट अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद उनके विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र देने की वजह से रिक्त हुई थी। सपा के लिए यह सर्वाधिक प्रतिष्ठापक सीट रही है। करहल में तेज प्रताप यादव को कुल 104304 मत मिले जबकि अनुजेश को 89579 मत मिले। वहीं बसपा के अविनाश कुमार शाक्य को 8409 वोट मिले।
महाराष्ट्र और झारखंड में भी नहीं चली हाथी
देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव परिणामों को देखा जाए तो बसपा के हाथी की चाली सुस्त होती दिखाई दे रही है। इन दोनों राज्यों में पहले की अपेक्षा बसपा की स्थिति खराब ही हुई है। इन दोनों राज्यों में बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ी। बसपा सुप्रीमो मायावती स्वयं प्रचार करने गई थीं, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिला। महाराष्ट्र की बात करें तो पिछले दो विधानसभा चुनावों में बसपा का वोट बैंक कम हुआ है। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में 0.91% और वर्ष 2014 में उसे 2.35% वोट मिले थे, लेकिन इस चुनाव में उसका मत प्रतिशत गिरकर 0.48 प्रतिशत पहुंच गया। इसी तरह झारखंड विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो इस बार उसे 0.79 प्रतिशत वोट मिला है, जबकि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में 1.53% और 2014 के विधानसभा चुनाव में उसे 2.39% वोट मिले थे।