डिजिटल अरेस्ट कर छात्रा के कपड़े उतरवाने वाले की लोकेशन मिली, घेराबंदी में जुटी पुलिस
- वर्दी में दिख रहे शख्स ने बताया कि उसके खिलाफ हैदराबाद के थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। फिर बेल के नाम पर छात्रा से 38 हजार 132 रुपये ले लिए गए। कुछ देर बाद ही फिर वीडियो कॉल किया। इस बार उसने धमकाकर कपड़े उतरवा दिए और फोटो ले लिए। फिर उसके बदले एक लाख रुपये की और मांग की जाने लगी।
गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में पढ़ने वाली गैर हिंदी भाषी राज्य की छात्रा को तमिलनाडु से डिजिटल अरेस्ट कर जालसाजी की गई थी। छात्रा के खिलाफ हैदराबाद के थाने में केस दर्ज होने की बात करके जमानत के नाम पर रुपयों की वसूली हुई थी। यही नहीं वीडियो कॉल करने वाले ने छात्रा को धमकाकर कपड़े उतरवा दिए थे और फोटो ले लिए थे। पुलिस ने अब आईपी एड्रेस के जरिए कॉल करने वाले की लोकेशन ट्रेस कर ली है। जांच में पता चला कि तमिलनाडु राज्य के किस जिले से कॉल की गई थी। इसके बाद संबंधित जिले के थाने से संपर्क कर आरोपी की घेराबंदी और उस तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस जुट गई है।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि बैंक डिटेल भी निकलवाया जा रहा है। इससे यह पता चल पाएगा कि किसके अकाउंट में पैसे गया है। एसबीआई बैंक से डिटेल मांगी गई है। जिसके आते ही, पुलिस उस दिशा में काम करेगी। इस केस का पर्दाफाश करने के लिए साइबर सेल को भी लगाया गया है। छात्रा ने 12 अक्तूबर को केस दर्ज कराया था। उसने पुलिस को बताया कि 10 अक्तूबर को 1130 बजे उसके मोबाइल फोन पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं एसबीआई से बोल रहा हूं। आपने एक लाख रुपये का लोन लिया है, जिसे जमा नहीं किया है। इस वजह से आप पर केस दर्ज कराया गया है। थोड़ी ही देर बाद वीडियो कॉल आई।
कॉल करने वाले ने खुद को हैदराबाद पुलिस का अफसर बताया। वर्दी में दिख रहे शख्स ने बताया कि उसके खिलाफ हैदराबाद के थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। फिर बेल के नाम पर छात्रा से 38 हजार 132 रुपये ले लिए गए। थोड़ी देर बाद फिर वीडियो कॉल किया। उसने धमकाकर कपड़े उतरवा दिए और फोटो ले लिए। फिर उसके बदले एक लाख रुपये की और मांग की जाने लगी।