चुनावी जुनून में भूल गए कोविड प्रोटोकॉल, उड़ाईं धज्जियां

वही हुआ, जिसका डर था। प्रशासन छह दिन से समझा रहा था। पर चुनावी जुनून के आगे किसे कोरोना का सबक याद रहता। सुबह के छह बजते ही सियासत उफान पर चढ़ गई और...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीमपुरखीरीMon, 3 May 2021 03:13 AM
share Share

लखीमपुर-खीरी।

वही हुआ, जिसका डर था। प्रशासन छह दिन से समझा रहा था। पर चुनावी जुनून के आगे किसे कोरोना का सबक याद रहता। सुबह के छह बजते ही सियासत उफान पर चढ़ गई और जिंदगी का मोल छोटा हो गया। पहले प्रत्याशी और एजेंटों ने भीड़ लगाई। उसके बाद समर्थक भी उतर आए। ऐसा लगा ही नहीं कि कहीं कोरोना नाम की कोई चीज बची है।

सोशल डिस्टेंसिंग से खिलवाड़ पूरे जिले में हुआ। प्रशासन ने सभी को ताकीद किया था कि कतार लगाकर और दूरी से मतगणना केंद्र में दाखिला मिलेगा। गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग होगी। अंदर एंटीजन टेस्ट होगा। मास्क की बाध्यता रहेगी। पर हुआ कुछ यूं कि सुबह छह बजे से जुटने वाले प्रत्याशियों और एजेंटों ने मास्क तो लगाया, लेकिन दूरी का पालन नहीं किया। सबको ऐसा लग रहा था कि देर हुई तो भीतर कोई दूसरा बाजी न मार ले जाए। चुनाव का जुनून ऐसा था कि मंडी का गेट खुलने से पहले ही हजारों की भीड़ जमा थी।

बिजुआ-खीरी। पंचायत चुनाव मतगणना में कोरोना महामारी के चलते भी जमकर शोसल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं। इस दौरान कई बार पुलिस व ब्लाक अधिकारियों ने एजेंटों को खदेड़कर सोशल डिस्टेटिंग का पालन करने की अपील भी की।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने भले ही मतगणना में शोसल डिस्टेसिंग का पालन करने का दावा किया था, लेकिन उनके यह दावे हवा-हवाई साबित हुए और लोगों द्वारा जमकर सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं। ऐसे में यदि एक भी कोई एजेंट संक्रमित हुआ तो बड़ा कोरोना संक्रमण हो सकता है। वहीं मतगणना के दौरान सभी टेबलों से धीमी गति से गिनती होने की शिकायत मिलती रही। कई बार कई मतदान टेबलों पर बवाल होते-होते बचा, जिस पर भीरा पुलिस ने लाठी भटकारकर लोगों को भगाया। मतगणना धीमी गति से होने से देर रात तक गणना होती रही।

-----------

आदेश के बावजूद बाहर लगी रही भीड़

बिजुआ-खीरी। पुलिस ने लाकडाउन के पालन के लिए एक दिन पहले पूरे थाना क्षेत्र में एनाउंस किया था की मतगणना के दिन कोई भी अनावश्यक भीड़ न लगायेगा तथा बेवजह घूमता नहीं दिखेगा लेकिन पुलिस का यह दावा भी खोखला साबित हुआ और हजारों की संख्या में लोग मतगणना स्थल के बाहर बाग में डटे रहे।

जब ज्यादा वोट निकलने की हुई शिकायत

बिजुआ-खीरी। मतगणना के दौरान उस वक़्त बवाल की स्थिति खड़ी हो गई जब गौंधिया ग्राम पंचायत के एक बूथ पर टोटल पड़े वोट से ज्यादा मत निकले। हालांकि इस पर आरओ ने सफाई देते हुए एजेंट को समझाया कि हो सकता है बताते वक़्त मतों की संख्या में त्रुटि हो गई हो तब जाकर मामला शांत हुआ।

सख्ती बेअसर, भूल गए कोरोना का डर

संसारपुर खीरी। रविवार को हुई मतगणना के दौरान प्रशासन की सख्ती का प्रत्याशी, एजेंटों व समर्थकों पर कोई असर नहीं पड़ा। मतगणना के दौरान तो बिल्कुल हद ही हो गई। मतगणना कक्ष के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का दायरा बिल्कुल तार-तार नजर आया। लोग एक-दूसरे पर चढ़कर मतपत्रों को देखने को आतुर दिखे। मतगणना की गिनती वाले पंचायत के एजेंट और ना खुलने वाले एजेंट मतगणना कक्ष के अंदर ही डटे रहे। मतगणना केंद्र के अंदर व कक्ष में लोगों की आवाजाही जारी रही। लोग बेरोकटोक अंदर-बाहर होते रहे। मतगणना केंद्र के बाहर मौजूद पुलिस कर्मी मौजूद भीड़ को खदेड़ती। लेकिन थोड़ी देर बार लोग फिर इकठ्ठे हो जाते। ब्लॉक बाकेगंज में मतगणना के दौरान उमड़ी भीड़ से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका प्रबल हो रही है। मतगणना केंद्र के बाहर 500 मीटर दूर गांवों में व खेतों में लोग डटे रहे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें