बॉर्डर के व्यापारियों ने की डीएम से मुलाकात , सौंपा ज्ञापन

देश में गोविंद-19 की दस्तक के बाद भारत-नेपाल के गौरीफंटा बॉर्डर को बंद कर दिया गया था। करीब आठ माह बीत जाने के बाद भी बॉर्डर पर आवागमन बंद...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीमपुरखीरीMon, 26 Oct 2020 11:21 PM
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पलियाकलां-खीरी।

देश में गोविंद-19 की दस्तक के बाद भारत-नेपाल के गौरीफंटा बॉर्डर को बंद कर दिया गया था। करीब आठ माह बीत जाने के बाद भी बॉर्डर पर आवागमन बंद है। जिसके चलते बॉर्डर से सटी मंडियों के व्यापारी भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। सोमवार को बॉर्डर पर बसी मंडियों के दर्जनों व्यापारियों के साथ जिले पर पहुंचे व्यापारी नेता रवि गुप्ता ने डीएम को ज्ञापन देते हुए बॉर्डर को खुलवाए जाने की मांग की।

बता दें कि भारत नेपाल बॉर्डर पर स्थित एक दर्जन बाजारें स्थित हैं। इन बाजारों में अधिकतर नेपाली नागरिक खरीदारी करने को पहुंचते हैं। लेकिन देश में कोविड-19 के प्रकोप के बाद गौरीफंटा सहित अन्य बॉर्डर पर दोनों देशों के नागरिकों का आवागमन बंद करते हुए उसे सील कर दिया गया था। सरकार ने इन्हें खोलने का निर्णय लिया। लेकिन नेपाल सरकार ने अपने नागरिकों को भारत से आने की तो अनुमति दी। लेकिन नेपाली नागरिकों के बॉर्डर पर सामान्य तौर पर भारत में जाने की अनुमति नहीं दी। सोमवार को व्यापारियों की समस्याओं को लेकर भाजपा नेता रवि गुप्ता की अगुवाई में भारत नेपाल सीमा पर बसे एक दर्जन मंडियों के व्यापारी डीएम के पास पहुंचे और उनके सामने अपनी समस्या रखते हुए बॉर्डर को खुलवाए जाने की मांग की। इस मौके पर संपूर्णानगर, बसही, खजुरिया, बनगवां, सूडां, चंदन चौकी, तिकुनिया आदि मंडियों के व्यापारी मौजूद रहे। डीएम से मिलने के बाद व्यापारी नेता ने भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील सिंह के सामने भी व्यापारियों की समस्याएं रखी।

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