Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Kite strings slowed down Lucknow Metro speed, operations halted for 40 minutes

पतंग के मांझे ने रोक दी लखनऊ मेट्रो की रफ्तार, 40 मिनट तक ठप रहा संचालन

  • लखनऊ में बसंती पंचमी पर पतंग के मांझे ने लखनऊ मेट्रो की रफ्तार रोक दी। मांझे से ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन ट्रिप कर जाने से एयरपोर्ट की ओर जा रही मेट्रो के पहिए रुक गए। करीब 40 मिनट तक संचालन बंद रहा।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानMon, 3 Feb 2025 09:37 AM
share Share
Follow Us on
पतंग के मांझे ने रोक दी लखनऊ मेट्रो की रफ्तार, 40 मिनट तक ठप रहा संचालन

लखनऊ में बसंत पंचमी पर पतंगबाजी ने मेट्रो यात्रियों को मुसीबात में डाल दिया। रविवार शाम करीब चार बजे धातु के मांझे से ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन ट्रिप कर जाने से एयरपोर्ट की ओर जा रही मेट्रो के पहिए रुक गए। चारबाग रैंप के पास मेट्रो खड़ी हो गई। इससे एयरपोर्ट जाने वाली अप लाइन पर संचालन ठप हो गया। इस पर करीब 40 मिनट तक संचालन बंद रहा। मेट्रो प्रशासन तुरंत हरकत में आया और दूसरी लाइन से संचालन शुरू कराया। मेट्रो प्रवक्ता ने जारी बयान में कहा है कि परिचालन बंद नहीं किया गया था।

लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एलएमआरसी) ने 15 दिन पहले मेट्रो स्टेशन के आसपास अभियान चलाया था और पतंग व्यापारियों से आग्रह किया था कि तार बंधी पतंग और चाइनीज मांझा की बिक्री न करें, लेकिन इसके बाद भी यह क्रम न रूका। जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि शाम करीब चार बजे चारबाग रैंप क्षेत्र में अपलाइन (सीसीएस हवाई अड्डे की ओर) में ट्रेन संचालन में रुकावट आई है। इसका कारण पतंग उड़ाने में इस्तेमाल होने वाले धातु के तार थे। इसी क्षेत्र में पतंगबाजी अधिक हुई और कुछ धातु के तार मेट्रो लाइन के ओवर-हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) के संपर्क में आ गए और ट्रिपिंग हो गई। इससे करीब 40 मिनट तक सिंगल लाइन से ट्रेनों का संचालन किया गया। अप लाइन बाधित होने से पीछे आ रही मेट्रो को जहां-तहां रोकना पड़ा।

ये भी पढ़ें:लखनऊ, आगरा,कानपुर वालों के लिए भी गुड न्यूज, UP मेट्रो का होगा विस्तार

यात्रियों का कहना था कि इससे करीब 30 मिनट तक मेट्रो सेवा बाधित रही। इससे हजारों यात्रियों को अलग-अलग स्टेशनों पर मेट्रो का इंतजार काफी देर तक करना पड़ा। कई मेट्रो यात्रियों ने बीच स्टेशन से ही मेट्रो छोड़ दी और सार्वजनिक वाहनों से अपने गंतव्य की ओर गए। विशेष रूप से जिन्हें एयरपोर्ट जाना था और जिन्हें अन्य किसी विशेष कार्य से जाना था उनको मेट्रो छोड़नी पड़ी।

अगला लेखऐप पर पढ़ें