ईरान ही नहीं इराक जाने का भी इरादा तर्क कर रहे शिया हजरात
Kanpur News - कानपुर में शिया मुस्लिम समुदाय ने ईरान और इराक की जियारत पर जाने की योजना रद्द कर दी है। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण 22 अक्टूबर को जाने वाले जत्थे ने यात्रा को स्थगित किया है। पिछले साल...
कानपुर, वरिष्ठ संवाददाता। शिया मुस्लिम समुदाय ईरान, इराक और सऊदी अरब जियारत के लिए जाते हैं। इजरायल और ईरान के बीच जंग शुरू होने के बाद हालात बिगड़ गए हैं। ऐसे में समुदाय के लोग ईरान ही नहीं फिलहाल इराक जाने का इरादा भी तर्कÜð यानि छोड़ रहे हैं। कानपुर समेत पूरे प्रदेश से एक बड़ा जत्था 22 अक्तूबर को जाने की तैयारी में था। हुसैनी फेडरेशन के प्रवक्ता डॉ. मुंसिफ अली रिजवी वर्ष 2022 में इरान, इराक और सीरिया जियारत टूर पर गए थे। तब उन्हें सीरिया में ऐसे हालात से दोचार होना पड़ा था। उन्होंने बताया हवाई अड्डे के निकट ही बमबारी में दो लोग मारे गए थे। टूर में शामिल लोगों को तब एक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया जिसमें वह खुद भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि अगस्त 2024 में वह इराक गए थे। वहां अक्सर ऐसा होता है कि जब हालात खराब होते हैं तो कुछ स्थानों पर जाने से रोक दिया जाता है। जो लोग इरान जाना चाहते थे, उनमें से सभी ने अभी यात्रा निरस्त नहीं की है। वह इंतजार कर रहे हैं कि शायद हालात में सुधार हो जाए। 22 अक्तूबर को बड़ा जत्था लखनऊ से रवाना होने को है लेकिन अभी इस पर कोई आखिरी फैसला नहीं हुआ है।
72 लोगों ने यात्रा निरस्त की
समाज सेवी हाशिम रिजवी ने बताया कि साधारण महीनों में कानपुर से दो-चार शिया समुदाय के सदस्य ही जियारत पर जाते हैं। कुछ खास महीने हैं जिनमें तादाद बढ़ जाती है। ईरान में पढ़ाई के लिए कुछ लोग जाते हैं लेकिन इनकी तादाद कानपुर से जाने वालों में कम है। उधर, शिया युवा यूनिट के नायाब आलम ने दावा किया कि लखनऊ से 72 लोगों को 12 अक्तूबर को लखनऊ एयरपोर्ट से रवाना होना था। उन्होंने अपनी यात्रा निरस्त कर दी है।
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