आईआईटी ने बनाई हाथ से चलने वाली एक्स-रे मशीन
आईआईटी कानपुर और आईसीएमआर ने टीबी की जांच के लिए एक हाथ से पकड़ी जाने वाली एक्स-रे मशीन विकसित की है। यह मशीन मरीजों में टीबी की बीमारी को शुरुआती स्तर पर पहचानने में मदद करेगी। इसकी कीमत आयातित...
कानपुर। आईआईटी कानपुर और आईसीएमआर ने मिलकर टीबी की जांच के लिए हाथ से पकड़े जाने वाली एक्स-रे मशीन विकसित की है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि तपेदिक (टीबी) बीमारी के खिलाफ लड़ाई में यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस मशीन के जरिए मरीजों में टीबी की बीमारी को शुरुआती स्तर पर पता लगाया जा सकेगा। कीमत आधी से कम
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटीज (आईसीडीआरए) इंडिया के बुधवार को 19वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. बहल ने बताया कि हाथ से पकड़ी जाने वाली एक्स-रे मशीन की कीमत काफी ज्यादा है। इस स्वदेशी मशीन की कीमत, आयातित मशीन की तुलना में आधी से कम होगी। इससे बीमारी के संभावित मरीजों की घरों में भी जांच हो सकेगी। डॉ. बहल ने बताया कि भारत ने एमपॉक्स की जांच के लिए भी तीन टेस्टिंग किट का विकास किया है। तीन कंपनियां इन किट का निर्माण कर रही हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।