Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़झांसीKanpur Kesco to Implement Faceless System Introduce Centralized Helpdesk

कनेक्शन के लिए कोई एक जेई नहीं, ऑटो ड्यूटी में किसी को असाइन हो जाएगा काम

कानपुर, प्रमुख संवाददाता। केस्को में अगले दो महीने में काम का पूरा तरीका बदल

Newswrap हिन्दुस्तान, झांसीThu, 29 Aug 2024 11:54 AM
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कानपुर, प्रमुख संवाददाता। केस्को में अगले दो महीने में काम का पूरा तरीका बदल जाएगा। उपभोक्ता को नए कनेक्शन लेने, व्यक्तिगत फॉल्ट बनवाने, बिल संबंधी किसी समस्या के हल के लिए सबस्टेशनों के चक्कर नहीं काटने होंगे, न ही किसी इंजीनियर से मिलना होगा। फेसलेस सिस्टम में इंजीनियर-उपभोक्ता का संपर्क खत्म होने से दलालों की व्यवस्था भी खत्म हो जाएगी। नवंबर से शहर के चार कोनों में उपभोक्ताओं के लिए हेल्पडेस्क बनेंगी। केंद्रीयकृत हेल्पलाइन 1912 को प्रभावी किया जाएगा। सिटीजन चार्टर के प्रति जवाबदेही तय की जाएगी।

टिकट जनरेट होते ही शुरू होगी मॉनीटरिंग

उपभोक्ता अपने करीबी केस्को हेल्पडेस्क पर जाकर आवेदन करेगा। यहां पर आउटसोर्सिंग पर तैनात टीम उससे आवेदन लेगी, उसे कंप्यूटर पर फीड करेगी। ऐसा करते ही एक टिकट जनरेट होगा और उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर उसका विवरण आ जाएगा। इसके बाद हेल्पडेस्क से यह काम संबंधित डिवीजन को जाएगा। मसलन अब इलाकेवार 20 डिवीजन नहीं होंगे, बल्कि काम के आधार पर डिवीजन बनेंगे। तकनीकी डिवीजन में फॉल्ट, बिजली आपूर्ति, राजस्व डिवीजन में कनेक्शन, बिलिंग, इसके अलावा शिकायती प्रकोष्ठ के अलग डिवीजन होंगे। चार हेल्पडेस्क सेंटर की सुप्रीम मॉनीटरिंग अधीक्षण अभियंता की होगी। सिटीजन चार्टर के तहत अलग-अलग काम के लिए निर्धारित समय के भीतर ही उसे करके हेल्पडेस्क को बताना होगा। आटो जनरेटेड सिस्टम के तहत उपभोक्ता के पास मैसेज जाएगा और हेल्पडेस्क से कॉल करके बताना होगा।

एप के जरिये लाइनमैन को फॉल्ट की सूचना, लोकेशन

वर्क फोर्स मैनेजमेंट एप विकसित होगा। इसकी कनेक्टिविटी हेल्पडेस्क और हेल्पलाइन नंबर से होगी। फॉल्ट की शिकायत दर्ज होते ही लाइनमैन और गैंग के पास सूचना, फॉल्ट की लोकेशन और शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर पहुंच जाएगा। फॉल्ट बनने के बाद उपभोक्ता को जानकारी मिलेगी। सर्किल वार मेंटीनेंस गैंग में किसी भी लाइनमैन को काम आवंटित हो जाएगा। इसके अलावा कनेक्शन देने समेत कोई भी काम आटो मोड व्यवस्था में किसी भी जेई को आवंटित होगा। स्थलीय निरीक्षण से लेकर तय समय में कनेक्शन देने और न दे पाने पर वजह बताने की जिम्मेदारी संबंधित जेई की होगी। अभी सबस्टेशन वार कनेक्शन देने की जिम्मेदारी तय है। इससे दलालों का मकड़जाल के साथ भ्रष्टाचार भी खत्म नहीं हो पा रहा है।

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