बसपा में दिखी अंदरूनी कलह, कई और नेताओं पर हो सकती है कार्रवाई; मायावती ने लिया फीडबैक
- दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की बैठक में देशभर से आए नेताओं ने बसपा सुप्रीमो मायावती से अलग-अलग मिलकर यह शिकायत की है कि टीम भावना से काम न कर बड़े नेता अपना एजेंडा चला रहे हैं। पुराने नेताओं को कम तरजीह दी जा रही है।
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बहुजन समाज पार्टी की अंदरूनी कलह धीरे-धीरे सतह पर आती हुई दिखाई देने लगी है। दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की बैठक में देशभर से आए नेताओं ने बसपा सुप्रीमो मायावती से अलग-अलग मिलकर यह शिकायत की है कि टीम भावना से काम न कर बड़े नेता अपना एजेंडा चला रहे हैं। पुराने नेताओं को कम तरजीह दी जा रही है। नए और चाटुकारों की सुनी जा रही है व उनके कहने पर ही टिकट के साथ पद बांटे जा रहे हैं। इससे माना जा रहा है कि बसपा में अभी और भी नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है।
मायावती इन दिनों दिल्ली में रहकर अलग-अलग नेताओं व प्रभारियों से मुलाकात कर रिपोर्ट ले रही हैं। बसपा मौजूदा समय अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है। उसका जनाधार लगातार गिरता जा रहा है। मायावती ने दिल्ली में 29 जनवरी को देश के सभी राज्य के नेताओं की बैठक बुलाई थी। इसमें राज्यवार बसपा संगठन को मजबूत करने और ताकत बढ़ाने को लेकर चर्चा की थी। बताया जा रहा है कि इसी बैठक में देश के कई राज्य के नेताओं ने प्रदेश प्रभारियों पर उंगली उठाई थीं। उनकी कार्यशैली और व्यवहार को लेकर सवाल उठाए गए। बसपा के गिरते जनाधार के लिए इन्हें ही दोषी ठहराया गया। इसके साथ ही यह भी बात सामने आई कि पार्टी के कई बड़े नेता अपना-अपना एजेंडा चला रहे हैं। इसीलिए पार्टी आर्थिक और जमीनी स्तर पर मजबूत नहीं हो पा रही है। पार्टी के जानकारों का कहना है कि राष्ट्रीय बैठक के बाद मायावती ने अलग-अलग नेताओं को बुलाकर फीडबैक लिया है।
अशोक सिद्धार्थ के बेटे की शादी में नहीं गईं मायावती
कहा तो यह भी जा रहा है कि कुछ नेता कतई नहीं चाहते हैं कि बसपा में पुराने नेताओं की अधिक चले। इसीलिए उत्तर प्रदेश को छोड़कर दिल्ली को केंद्र बिंदु बनाने की साजिश रची जा रही थी। एक चर्चा तो यह भी है कि आकाश आनंद की शादी की तुलना में अशोक सिद्धार्थ के बेटे की शादी 10 फरवरी को बड़ी शान-ओ-शौकत से हुई। दिल्ली चुनाव की कमान संभालने वालों ने शादी में बढ़कर कर हिस्सा लिया। इस शादी में मायावती और उनके दूसरे भतीजे ईशान आनंद को छोड़कर परिवार के सभी लोग गए।
करीबी ने ही बताई शादी के बहाने हुई सियासत
इस शादी में मायावती के सबसे करीबी एक दलित नेता का देर रात तक वहां मौजूद रहना भी अशोक सिद्धार्थ पर कार्रवाई की वजह बताई जा रही है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि सारा फीडबैक इसी नेता ने शायद मायावती को दिया। इसके बाद यह कार्रवाई हुई। पार्टी के लोगों का कहना है कि कुछ और नेताओं पर जल्द कार्रवाई हो सकती है। पार्टी विरोधी गतिविधियों और संगठन को छोड़ अपना विकास करने में जुटे लोगों को चिह्नित कर लिया गया है।