महाकुम्भ 2025: रंगों से यात्रियों को पता चलेगा कौन सी ट्रेन जाएगी कहां, शहरों के अनुसार होंगे रंग
महाकुम्भ 2025 में रेलवे ने स्टेशन और आश्रयों को विभिन्न रंगों से पहचान दी। ताकि यात्रियों को ट्रेन पकड़ने में असुविधा न हो। यात्री आश्रय के अलग-अलग रंगों से यात्रियों को यह जानकारी मिलेगी कि कौन-सी ट्रेन कहां के लिए जाएगी।
महाकुम्भ 2025 में रेलवे ने यात्रियों की सहूलियत के लिए नए तरीके से व्यवस्थाएं की हैं। स्टेशन और आश्रयों को विभिन्न रंगों से पहचान दी जाएगी। ताकि यात्रियों को ट्रेन पकड़ने में असुविधा न हो। प्रयागराज जंक्शन पर यात्री आश्रय के अलग-अलग रंगों से यात्रियों को यह जानकारी मिलेगी कि कौन-सी ट्रेन कहां के लिए जाएगी। उदाहरण स्वरूप, लाल रंग वाले आश्रय से लखनऊ और वाराणसी के लिए ट्रेन पकड़ सकेंगे। नीला रंग मुगलसराय की तरफ के यात्रियों के लिए होगा और पीला रंग मानिकपुर, सतना, झांसी मार्ग की ट्रेनों के लिए होगा। इसके अलावा हरे रंग से कानपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को दर्शाया जाएगा।
नैनी जंक्शन पर नीला रंग मानिकपुर, लाल रंग सतना और पीला रंग मुगलसराय की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए निर्धारित किया गया है। छिवकी स्टेशन पर लाल रंग सतना-झांसी मार्ग और हरा रंग मुगलसराय मार्ग की ट्रेन को दर्शाएगा। वहीं, सूबेदारगंज स्टेशन से कानपुर की ओर जाने वाली ट्रेनें चलेंगी। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इन रंगों की मदद से यात्रियों को आसानी से पता चल सकेगा कि उन्हें किस दिशा की ट्रेन पकड़नी है, जिससे भीड़ प्रबंधन में भी सहूलियत रहेगी। यात्रियों को जंक्शन पर आधे घंटे पहले यात्री आश्रय में प्रवेश दिया जाएगा। ग्रामीण इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं को रंग देखकर बाड़े में जाना आसान होगा। वहां से आसानी से ट्रेन पकड़ सकेंगे। स्टेशन पर भटकना नहीं पड़ेगा।
स्टेशनों पर स्वच्छ पेयजल के लिए चलाया अभियान
एनसीआर के प्रयागराज मंडल ने स्वच्छ नीर दिवस के अवसर पर स्टेशनों पर पेयजल की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत मंडल के सभी स्टेशनों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर फिल्टर, और पेयजल टोंटियों की सफाई की गई और जल गुणवत्ता की जांच भी की गई। इस अभियान का उद्देश्य स्टेशन परिसर और रेलवे से जुड़ी अन्य जगहों पर स्वच्छ पेयजल व्यवस्थाएं बनाए रखना था। स्वच्छ नीर दिवस भारत सरकार के राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान का हिस्सा है, जिसे स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता की थीम के साथ एक अक्तूबर से 15 अक्तूबर 2024 तक मनाया जा रहा है। इस मुहिम में प्रयागराज मंडल के स्टेशनों पर स्वच्छ पेयजल, स्वच्छ आहार, और स्वच्छ परिसर बनाए रखने के लिए विभिन्न पहल की जा रही हैं।