Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़If someone throws a stone, he will be answered with a stone, I am not one of those who are scared, Ashish Patel's answer

कंकड़ का जवाब पत्थर से मिलेगा, मैं योगेश वर्मा नहीं हूं; मंत्री आशीष पटेल सरकार पर ही सवाल उठाने लगे

योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल ने विरोधियों पर हमला बोला है। आरोपों पर भड़के आशीष पटेल ने ऐक्स पर पोस्ट कर कहा कि कोई कंकड़ फेंकेगा तो जवाब पत्थर से मिलेगा। मैं डरने वालों में नहीं हूं।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानWed, 18 Dec 2024 11:20 AM
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योगी सरकार में मंत्री और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल ने विरोधियों पर हमला बोला है। उन्होंने बुधवार को ऐक्स पर पोस्ट कर आरोपों पर निशाना साधा और सरकार पर ही सवाल उठाने लगे। उन्होंने कहा कि कहा कि साजिशों के जाल बुनते रहिए, मैं डरने वालों में नहीं हूं। साजिश रचने वाले समझ लें, मैं माननीय विधायक योगेश वर्मा नहीं हूं, जो थप्पड़ खाने और अपमानित होने के बावजूद किसी मजबूरी में चुप रह गए। मैं सरदार पटेल का वंशज हूं। डरना नहीं मुकाबला करना मेरी फितरत में है। कोई कंकड़ फेंकेगा तो जवाब पत्थर से मिलेगा।

एक बात और, कितनी भी साजिश रचें, चरित्रहनन की कोशिश करें, अपना दल (एस) सामाजिक न्याय से जुड़े मामले उठाते रहेगा। चाहे जो भी कीमत चुकानी पड़े, सामाजिक न्याय की आवाज बंद नहीं होगी। चाहे 69 हजार शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी का मामला हो या ऐसे ही अन्य मामले ।हमारी पार्टी ने पूरी ताकत से अपनी बात रखी है और आगे भी उसी मजबूती से अपनी बात रखेंगे।

उन्होंने सवाल उठाया कि धरनारत विधायक के साथ धरने पर बैठे और किसी बाहरी व्यक्ति से लगातार निर्देश प्राप्त कर रहे दो व्यक्ति कौन थे, जो उस समय देर रात राज्य के सबसे सुरक्षित परिसर विधानसभा में मौजूद थे, जहां सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद परिंदा भी पर नहीं मार सकता? किस पुलिस अधिकारी ने सारे नियमों को ताक पर रख कर इन्हें विधानसभा परिसर में आने की अनुमति दी?

1700 करोड़ के बजट वाले राज्य के सूचना विभाग का काम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथजी की अगुवाई वाली सरकारों की नीतियों, कार्यक्रमों की जानकारी आम जनमानस तक पहुंचाने की है। हालांकि विभाग के छोटे अधिकारी इसका उपयोग कर अपनी ही सरकार के मंत्रियों के मान मर्दन और चरित्र हनन में जुटे हैं। क्या इनका काम मंत्रियों पर झूठे आरोपों को रोकने के बजाय शह देना और अधूरे तथ्यों को उपलब्ध कराकर भ्रम पैदा कर खिलाफ में खबरें छपवाना है?

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