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रिटायरमेंट से 51 दिन पहले IAS मनोज सिंह हुए प्रतीक्षारत, 2 अफसर सस्‍पेंड; योगी सरकार का ऐक्‍शन

  • एनजीटी ने मुख्य सचिव से 4 हफ्ते में गंगा नदी में गंदगी से निपटने और जल को दूषित होने से रोकने के लिए हलफनामा दाखिल करने को कहा है। माना जा रहा है कि इसके चलते ही IAS मनोज सिंह को प्रतीक्षारत कर दिया गया है। इसके साथ ही डा. राजशेखर का कद भी कम कर दिया गया है।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, लखनऊ। विशेष संवाददाताMon, 11 Nov 2024 07:33 AM
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Yogi government in Action: योगी आदित्‍यनाथ सरकार ऐक्‍शन मोड में है। सेवानिवृत्ति से 51 दिन पहले अपर मुख्य सचिव वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मनोज सिंह को प्रतीक्षारत कर दिया गया है। वह 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कुल 10 आईएएस अफसरों के दायित्वों में बदलाव किया गया है। मनोज सिंह वर्ष 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें 3 जून 2021 को वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में तैनाती दी गई। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने गंगा नदी में गंदगी को लेकर तल्ख टिप्पणी की है। उसने कहा है कि स्थिति यह है कि गंगा का पानी आचमन के लायक भी नहीं है। सरकार ने यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी विवेक राय और उन्नाव के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अनिल माथुर को सस्‍पेंड कर दिया है।

एनजीटी ने मुख्य सचिव से चार सप्ताह में इससे निपटने और जल को दूषित होने से रोकने के लिए हलफनामा दाखिल करने को कहा है। माना जा रहा है कि इसके चलते ही उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है। इसके साथ ही डा. राजशेखर का कद भी कम कर दिया गया है। उनसे सचिव नामामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति, स्टेट नोडल ऑफिसर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश भूमि सुधार निगम का दायित्व ले लिया गया है। उनके पास अब प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) का दायित्व बचा है।

अनिल गर्ग को प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन, परती भूमि विकास तथा कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग, अध्यक्ष पैक्ट के साथ स्टेट नोडल आफिसर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना तथा प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश भूमि सुधार निगम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

अनिल कुमार तृतीय को प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन तथा भूतत्व एवं खनिकर्म के साथ वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। रवि रंजन के पास प्रबंध निदेशक राज्य पर्यटन विकास निगम प्रबंध निदेशक यूपी इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन लिमिटेड तथा प्रबंधक निदेशक एग्रो का दायित्व था। अब उनके पास प्रबंध निदेशक यूपी इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन लिमिटेड का दायित्व बचा है।

प्रतीक्षारत सान्या छाबड़ा को प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य पयर्टन विकास निगम बनाया गया है। प्रणता ऐश्वर्या को विशेष सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, उत्तर प्रदेश शासन तथा संयुक्त प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) से प्रबंध निदेशक यूपी एग्रो बनाया गया है। प्रभाष कुमार को विशेष सचिव खाद्य एवं रसद विभाग, विधिक बाट माप विज्ञान से विशेष सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग तथा संयुक्त प्रबंध निदेशक जल निगम (ग्रामीण) बनाया गया है। उदय भानु त्रिपाठी को विशेष सचिव आवास एवं शहरी नियोजन से विशेष सचिव नगर विकास बनाया गया है। डा. कंचन सरन अपर आयुक्त आगरा मंडल से सचिव राज्य महिला आयोग बनाया गया है।

पर्यावरण के दो अफसरों पर भी गिरी गाज

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी विवेक राय और उन्नाव के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. अनिल माथुर को निलंबित कर दिया गया है। स्लॉटर हाउस को एनओसी देने में गड़बड़ियां सामने आने पर यह कार्रवाई की गई है। बताते हैं ये गड़बड़ियां उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष मनोज सिंह के कार्यकाल में हुई थी। इसलिए रविवार को शासन ने उन्हें भी अपर मुख्य सचिव वन के पद से हटाते हुए प्रतीक्षारत कर दिया है।

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