बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के खिलाफ मेरठ और शामली में विशाल प्रदर्शन, ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे अरुण गोविल
बांग्लादेश में हिन्दू समाज के लोगों पर हमले के विरोध में शनिवार को मेरठ में कमिश्नरी चौराहा स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क और शामली में कलक्ट्रेट पर हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए। सांसद अरुण गोविल ट्रैक्टर चलाते हुए कमीश्नरी चौराहे पर पहुंचे।
बांग्लादेश में हिन्दू समाज के लोगों पर हमले के विरोध में शनिवार को मेरठ में कमिश्नरी चौराहा स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क और शामली में कलक्ट्रेट पर हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए।लोगों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सनातन धर्म सभा की ओर से केंद्र सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बांग्लादेश की घटना पर सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं, शामली में हिंदू संगठनों के लोगों ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की।
ट्रैक्टर पर सवार होकर प्रदर्शन में पहुंचे मेरठ सांसद अरुण गोविल
मेरठ में प्रदर्शन के दौरान सांसद अरुण गोविल अलग अंदाज में पहुंचे। बड़ी गाड़ी में चलने वाले सांसद अरुण गोविल कमिश्नरी चौराहे पर ट्रैक्टर चलाते हुए पहुंचे। कुछ पुलिस वालों ने ट्रैक्टर को रोकने का इशारा किया लेकिन जब अरुण गोविल पर उनकी नजर पड़ी तो वह पीछे हट गए। इसके बाद वह जय श्रीराम का नारा लगाते हुए चौधरी चरण सिंह पार्क में आयोजित प्रदर्शन में शामिल हो गए।
मेरठ में सनातन धर्म सभा के आह्वान पर संघ परिवार और हिन्दू संगठनों के हजारों कार्यकर्ता बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कमिश्नरी चौराहा स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क पहुंचे। हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार घटनाएं हो रही हैं। मंदिरों पर हमले हो रहे हैं, हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ की जा रही है। धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा है। सरकारी सेवा में जो हिंदू कार्य कर रहे हैं उनसे जबरदस्ती इस्तीफा लिया जा रहा है। ऐसे में सनातन धर्म सभा चुप नहीं रह सकती। सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की कि बांग्लादेश के मामले में सख्त कार्रवाई की जाए।
शामली में भी प्रदर्शन
वहीं, शामली में भी सनातन धर्म रक्षा मंच के बैनर तले हिन्दू संगठनों के सैकड़ों लोगों ने कलक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन डीएम को सौंपा। प्रदर्शन में साधु-संतों ने भी भाग लिया। ज्ञापन में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों और घरों पर हमले, हिंसा और उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह अत्यंत चिंताजनक है।