पूर्व सांसद कादिर राणा की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने लगाया स्टे, जानें क्या है मामला
पूर्व सांसद कादिर राणा की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने स्टे दे दिया है। आदेश के अनुसार चार्जशीट दाखिल होने से पहले पुलिस पूर्व सांसद को गिरफ्तार नहीं कर सकती है। दरअसल पुलिस ने जीएसटी टीम की डिप्टी डायरेक्टर के बयानों के आधार पर पूर्व सांसद कादिर राणा को मुल्जिम बनाया था।
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जीएसटी टीम पर हमले के मामले में पूर्व सांसद कादिर राणा की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने स्टे दे दिया है। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार चार्जशीट दाखिल होने से पहले थाना सिविल लाइन पुलिस पूर्व सांसद को गिरफ्तार नहीं कर सकती है। थाना सिविल लाइन पुलिस ने जीएसटी टीम की डिप्टी डायरेक्टर के बयानों के आधार पर पूर्व सांसद कादिर राणा को टीम से मारपीट के मामले में 120 बी का मुल्जिम बनाया था। इस मामले में पूर्व सांसद ने निचली अदालत से अग्रिम जमानत खारिज होने पर हाईकोर्ट में अपील की थी।
5 दिसंबर 2024 को पूर्व सांसद कादिर राणा की फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान सेंट्रल जीएसटी टीम पर हमला कर गाड़ी पर पथराव कर दिया गया था। इस संबंध में जीएसटी टीम के अधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व विधायक शाहनवाज राना, सद्दाम राणा, पूर्व सांसद की दो बेटियों व अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार किया था। इस मामले में सभी को जमानत मिल चुकी है।
थाना सिविल लाइन पुलिस ने विवेचना करते हुए सेंट्रल जीएसटी टीम की डिप्टी डायरेक्टर श्रेया गुप्ता के बयानों के आधार पर पूर्व सांसद कादिर राणा को हमले के मामले में 120 बी का मुल्जिम बनाया था। पूर्व सांसद की अग्रिम जमानत निचली अदालत से खारिज होने के बाद उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की थी। हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए पूर्व सांसद की गिरफ्तारी पर स्टे दे दिया है। इस मामले में चार्जशीट दाखिल होने से पहले पुलिस को पूर्व सांसद को गिरफ्तार न करने के आदेश जारी किए गए हैं।