Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़High Court lawyers will abstain from judicial work today due to decreasing number of judges

आज न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे हाईकोर्ट के वकील, कम हो रही जजों की संख्या कारण

  • इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील एशिया के सबसे बड़े हाईकोर्ट में लगातार कम हो रही जजों की संख्या के कारण मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, विधि संवाददाता, प्रयागराजTue, 25 Feb 2025 08:13 AM
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आज न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे हाईकोर्ट के वकील, कम हो रही जजों की संख्या कारण

इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील एशिया के सबसे बड़े हाईकोर्ट में लगातार कम हो रही जजों की संख्या के कारण मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। दो दिन पूर्व जजों की संख्या के साथ प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में यूपी बार कौंसिल के आह्वान पर मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया था। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रेस पुनीत शुक्ल के अनुसार प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक पर सरकार ने वकीलों की मांग मान ली है इसलिए अध्यक्ष अनिल तिवारी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कार्यकारिणी की बैठक में स्पष्ट किया गया कि वकील अब जजों की संख्या को लेकर मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे, उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र, सुभाष चंद्र यादव, नीरज त्रिपाठी व नीलम शुक्ला, संयुक्त सचिव सुमित कुमार श्रीवास्तव, अभिजीत कुमार पांडेय व आंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रणविजय सिंह, गवर्निंग काउंसिल सदस्य उदिशा त्रिपाठी, मनीषा सिंह, किरन सिंह, अभिषेक मिश्र, अवधेश मिश्र, अभिषेक तिवारी, सच्चिदानंद यादव, दिनेश यादव, रत्नेश पाठक, राजेश शुक्ल, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव, वेदप्रकाश ओझा, अमरनाथ त्रिपाठी, बृजेश सिंह सेंगर आदि उपस्थित रहे।

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इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील एशिया के सबसे बड़े हाईकोर्ट में लगातार कम हो रही जजों की संख्या के कारण मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। दो दिन पूर्व जजों की संख्या के साथ प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में यूपी बार कौंसिल के आह्वान पर मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया था। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रेस पुनीत शुक्ल के अनुसार प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक पर सरकार ने वकीलों की मांग मान ली है इसलिए अध्यक्ष अनिल तिवारी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कार्यकारिणी की बैठक में स्पष्ट किया गया कि वकील अब जजों की संख्या को लेकर मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे, उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र, सुभाष चंद्र यादव, नीरज त्रिपाठी व नीलम शुक्ला, संयुक्त सचिव सुमित कुमार श्रीवास्तव, अभिजीत कुमार पांडेय व आंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रणविजय सिंह, गवर्निंग काउंसिल सदस्य उदिशा त्रिपाठी, मनीषा सिंह, किरन सिंह, अभिषेक मिश्र, अवधेश मिश्र, अभिषेक तिवारी, सच्चिदानंद यादव, दिनेश यादव, रत्नेश पाठक, राजेश शुक्ल, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव, वेदप्रकाश ओझा, अमरनाथ त्रिपाठी, बृजेश सिंह सेंगर आदि उपस्थित रहे।

राजस्व परिषद के एआरओ को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि

आदेश के छह माह बाद भी निगरानी से संबंधित अभिलेख अपर आयुक्त प्रशासन आजमगढ़ मंडल को न प्रेषित करने पर राजस्व परिषद प्रयागराज के एक सहायक समीक्षा अधिकारी को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। साथ ही संबंधित अभिलेख अपर आयुक्त प्रशासन आजमगढ़ मंडल को वापस कर दिए गए हैं। अधिवक्ता सुधीर कुमार सिंह के अनुसार यह जानकारी राजस्व परिषद प्रयागराज के निबंधक ने हाईकोर्ट में विजय उपाध्याय की याचिका पर सुनवाई के दौरान दी।

एडवोकेट सिंह के अनुसार राजस्व परिषद प्रयागराज ने विजय उपाध्याय की निगरानी बनाम सरकार सुनवाई के बाद मामले को गुण दोष के आधार पर छह माह में निस्तारित करने के लिये अपर आयुक्त प्रशासन आजमगढ़ मंडल के समक्ष प्रेषित कर दिया और राजस्व परिषद कार्यालय को अवर न्यायालय के अभिलेख वापस करने का निर्देश दिया। छह माह बीत जाने के बाद भी राजस्व परिषद कार्यालय द्वारा अभिलेख अवर न्यायालय वापस न भेजे जाने पर विजय उपाध्याय ने यह याचिका दाखिल की।

न्यायमूर्ति सीके राय ने याचिका पर सुनवाई करते हुए राजस्व परिषद प्रयागराज और अपर आयुक्त प्रशासन आजमगढ़ से आख्या तलब की। एडवोकेट सुधीर कुमार सिंह के अनुसार सोमवार को राजस्व परिषद प्रयागराज के निबंधक ने कोर्ट को अवगत कराया कि अवर न्यायालय के अभिलेख वापस कर दिये गए हैं और इसमें लापरवाही करने वाले सहायक समीक्षा अधिकारी को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।

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