ज्ञानवापी के शेष हिस्सों के एएसआई सर्वे पर सुनवाई आज, विपक्षी करेंगे जिरह
ज्ञानवापी के शेष हिस्सों के एएसआई सर्वे पर सुनवाई आज होगी। मूल वाद के वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ने ज्ञानवापी के शेष हिस्सों में एएसआई सर्वे कराने सबंधित अर्जी पर बहस पूरी कर ली है।
वाराणसी सिविल जज सीनियर डिवीजन प्रशांत कुमार (फास्ट ट्रैक) की अदालत में बुधवार को ज्ञानवापी से जुड़े मूल वाद में सुनवाई टल गई। अधिवक्ता के निधन से शोक में दोपहर बाद न्यायिक कार्य नहीं होने से सुनवाई नहीं हो पाई। अगली सुनवाई अब 22 अगस्त को होगी। मूल वाद के वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ने ज्ञानवापी के शेष हिस्सों में एएसआई सर्वे कराने सबंधित अर्जी पर बहस पूरी कर ली है। अब विपक्षी की ओर से बहस होनी है।
उधर, अपर जिला जज चौदहवां देवकांत शुक्ला की कोर्ट में मूल वाद में पक्षकार बनाने की मुख्तार अंसारी की निगरानी अर्जी पर भी सुनवाई नहीं हो पाई। प्रतिवादी की ओर से अंजुमन इंतेजामिया कमेटी को उपस्थित होना था। लेकिन वे गैरहाजिर रहे। कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 21 सितंबर की तिथि नियत की है। प्रकरण में दो मई को सिविल जज सीनियर डिविजन फास्ट ट्रैक प्रशांत कुमार की अदालत ने मुख्तार अंसारी की अर्जी को खारिज कर दी थी। मुख्तार ने आदेश को जिला जज की कोर्ट में चुनौती दी है।
अंजुमन से ज्ञानवापी को मुक्त कराने वाली अर्जी स्वीकार
सिविल जज सीनियर डिवीजन रितेश अग्रवाल की कोर्ट ने बुधवार को ज्ञानवापी प्रकरण में दाखिल नये वाद को मूल वाद रूप में दर्ज करने का आदेश दिया है। इसमें अब सुनवाई 23 अगस्त को होगी। अदालत ने कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर को वादिओं की ओर से वादमित्र के तौर पर पैरवी करने की अनुमति दी है। यह वाद वृंदावन निवासी कथावाचक कौशल किशोर ठाकुर की ओर मंगलवार को कोर्ट में दाखिल किया गया था। वाद पत्र में कहा गया है कि ज्ञानवापी परिसर की सफाई करने और अन्य कमरों को अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी से मुक्त कराकर हिंदुओं को सौंप दिया जाए।