Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़हाथरसSaid Hathras: People of Khandari Garhi are struggling with dirt and drinking water crisis

बोले हाथरस: खंदारी गढ़ी के लोग गंदगी और पेयजल संकट से जूझ रहे

शहर से लगे मोहल्ला खंदारी गढ़ी 14000 की आबादी है। गंदगी, पेयजल संकट व फुटपथ प्रकाश व्यवस्था के लिए संघर्ष कर रही है। शहर से लगे होने के बाद भी यहां कोई विकास दिखाई नहीं देता। अधिकांश गली-मोहल्ले की सड़क जर्जर हो चुकी हैं। जगह-जगह कूड़े-कचरे के ढेर लगे हुए हैं।

Sunil Kumar हिन्दुस्तानMon, 17 Feb 2025 06:45 PM
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बोले हाथरस: खंदारी गढ़ी के लोग गंदगी और पेयजल संकट से जूझ रहे

नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 02 में आने वाला खंदारी गढ़ी इलाका शहर से लगा हुआ है। इलाके में लगभग 1800 घर बने हुए हैं। जबिक यहां लगभग 14000 की आबादी रहती है। लेकिन यहां के बाशिंदे इन दिनों मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज हैं। सोमवार को हिन्दुस्तान टीम के साथ स्थानीय लोगों ने अपना दर्द बांटा। मोहल्ले के रोहित कुमार और हरी कुमार ने बताया कि इलाके में गंदगी की गंभीर समस्या है। कई-कई दिन हो जाते हैं और साफ-सफाई नहीं होती है। जिसके चले नालियां चोक पड़ी हुई है। जगह-जगह गंदगी और कूड़े-कचरे के ढेर लगे हुए हैं। हरीश कुमार और राकेश कुमार ने बताया कि इलाके में एक मात्र सामुदायिक शौचालय बना हुआ है, लेकिन काफी लंबे टाइम से इस शौचालय में ताला लगा हुआ है। ऐसे में शौचालय जाने के लिए लोगों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। शौचालय के बाहर कूड़ा-कचरे का ढेर लगा हुआ है। जो पूरी तरह से सड़क पर फैला हुआ। जिसके चलते यहां से आने-जाने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। ललित कुमार और गोविंद राम ने बताया कि अमृत योजना की पेयजल लाइन से कनेक्शन तो दिए गए, लेकिन इलाके में आज भी पेयजल संकट की समस्या जस की तस बनी हुई है। कभी नल आ जाते हैं तो कभी नल नहीं आते हैं। ऐसे में लोगों के पास पेयजल के लिए एक मात्र ही गली-मोहल्ले में लगे हैंडपंप ही सहारा हैं। मोहल्ले में लगे अधिकांश हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। जिसके चलते लोगों को पेयजल संकट की समस्या से भी दो-चार होना पड़ रहा है। हरीमोहन और हीतेश ने मुताबिक अधिकांश विद्युत पोलों पर स्ट्रीट लाइट नहीं है। कुछ जो खंभों पर जो लाइट लगी हुई हैं वह भी खराब पड़ी हुई हैं। ऐसे में शाम ढलते ही मोहल्ले में अंधकार छा जाता है।

सामुदायिक शौचालय पर हर समय लगा रहता है ताला

एक ओर जहां केंद्र सरकार स्वच्छ भारत स्वस्थ्य भारत अभियान चला जा रही है। जिसके तहत शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। जिन घरों में शौचालय नहीं उन्हें सरकार द्वारा आर्थिक मदद दी जा रही है। जिससे की लोग खुले में शौच नहीं जाएं और अपने ही घर में शौचालय बनावकर उसका प्रयोग करें। शहर के मोहल्ला खंदारीगढ़ी में भी एक नगर पालिका द्वारा सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। जिससे की मोहल्ले के लोग इसका प्रयोग कर सकें, लेकिन लंबे समय से इस शौचालय में ताला लटका हुआ है। यहीं वजह है कि शौचालय लोगों के प्रयोग में नहीं आ रहा है। शौचालय बंद होने की वजह से लोगों में काफी आक्रोश है।

नगर पालिका के सफाई कर्मी नियमित नहीं आते सफाई करने

प्रतिदिन सफाई नहीं होने की वजह से मोहल्ला खंदारीगढ़ी में नालियां चोक हो गई हैं। जगह-जगह गंदगी और कूड़े-कचरे के ढेर लगे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले मोहल्ले में प्रतिदिन सफाई कर्मचारी आते थे और रोज गली-मोहल्ले में साफ-सफाई हुआ करती थी, लेकिन अब नियमित सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। जिसका खामियाजा स्थानीय लोग भुगत रहे हैं। मोहल्ले में दिन पर दिन गंदगी की समस्या बढ़ती जा रही है। गंदगी वजह से मोहल्ले में बीमारियों के फैलने का खरता बना हुआ है। आने वाले गर्मियों के सीजन में गंदगी और कूड़े-कचरे का ढेर लोगों की मुसीबत बढ़ा सकता है।

विद्युत पोलों पर लगी स्ट्रीट लाइट अधिकतर खराब स्थिति में है

पथ प्रकाश व्यवस्था के नाम पर मोहल्ला खंदारी गढ़ी में कुछ भी नहीं है। अधिकांश विद्युत पोलों से स्ट्रीट लाइट गायब हैं। हालांकि कुछ खंभों पर जरुर लाइट लगी हुई है, लेकिन यह भी खराब पड़ी हुई हैं। लाइट खराब होने की वजह से शाम ढलते ही मोहल्ला खंदारी गढ़ी और आस-पास के गली मोहल्ले में अंधकार छा जाता है। स्ट्रीट लाइट नहीं होने की वजह से रात में लोगों को आने-जाने में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्ट्रीट लाइट लगवाए जाने को लेकर उनके द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से शिकायत भी की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

दूसरे वार्ड के लोग डालकर चले जाते है मोहल्ले में कूड़ा

मोहल्ला खंदारीगढ़ी में साफ-सफाई को लेकर पहले से स्थिति काफी ज्यादा खराब है। मोहल्ले के बाशिंदे गंदगी और जलभराव की समस्या का दंश झेल रहे हैं, लेकिन अन्य वार्डों से यहां आने वाले कूड़े-कचरे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। लोगों का कहना है कि पहले से ही मोहल्ले में साफ-सफाई नहीं हो रही है। जगह-जगह कूड़े-कचरे के ढेर लगे हुए हैं। कई दिनों साफ-सफाई नहीं होती है कूड़ा जमा रहता है। ऊपर से अन्य वार्डों का कूड़ा-कचरा लाकर यहां डाल दिया जाता है। इससे मोहल्ले में गंदगी की समस्या और बढ़ गई है। लोगों ने मांग करते हुए कहा कि अन्य वार्डों का यहां डलने वाला कूड़ा-कचरा रोका जाए।

लंबे समय से पीने के पानी के पांच हैंडपंप खराब पड़े हुए है

शहर के अन्य मोहल्ले की भांति खंदारीगढ़ी के बाशिंदे भी पेयजल संकट की समस्या से जूझ रहे हैं। 14000 हजार की आबादी पर पहले ही मोहल्ले में इंडिया मार्क टू नलों की संख्या कम है। जो हैंडपंप लगे हुए हैं। उसमें भी अधिकांश नल खराब पड़े हुए हैं। ऐसे में लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। घरों के आस-पास व दूर-दराज लगे हैंडपंपों से लोगों को पानी भरकर काम चलाना पड़ रहा है। तब कहीं जाकर लोगों के घरेलू काम-काज निपट पा रहे हैं। खराब पड़े हैंडपंप आने वाले गर्मियों के दिनों में लोगों की परेशानी बढ़ाने वाले होंगे।

जर्जर सड़कों पर आए दिन वृद्ध व बच्चे गिरकर हो जाते है घायल

मोहल्ला खंदारीगढ़ी और आस-पास के गली-मोहल्लों की सड़कों की स्थिति काफी ज्यादा खस्ताहाल में हैं। अधिकांश सड़क अमृत योजना की पेयजल लाइन डाले जाने को लेकर की गई खुदाई के बाद से जर्जर हो चुकी हैं। जिसके चलते स्थानीय लोगों और राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जर्जर सड़क की वजह से बाइक सवार और ई-रिक्शा हादसे का शिकार हो जाते हैं। रात्रि में बच्चे और बुजुर्गों का निकलना मुश्किल हो गया है। कई बार तो बच्चे और बुजुर्ग हादसे का शिकार हो गए हैं।

फैक्ट फाइल:

14000 हजार की आबादी गंदगी और पेयजल संकट से झूल रही।

1800 घर खंदारीगढ़ी और उसके आस-पास के मोहल्ले में।

06 हैंडपंप खंदारी गढ़ी में लंबे समय से पड़े हैं खराब।

01 सामुदायिक शौचालय उस पर लगा हुआ है ताला।

शिकायत

- सामुदायिक शौचालय पर हर समय लगा रहता है ताला।

- नगर पालिका के सफाई कर्मी नियमित नहीं आते सफाई करने

- विद्युत पोलों पर लगी स्ट्रीट लाइट अधिकतर खराब स्थिति में है।

- दूसरे वार्ड के लोग डालकर चले जाते है मोहल्ले में कूड़ा।

- बंच केबल सहित तमाम विद्युत पोल जर्जर हालत में है।

- लंबे समय से पीने के पानी के पांच हैंडपंप खराब पड़े हुए है।

- जर्जर सड़कों पर आए दिन वृद्ध व बच्चे गिरकर हो जाते है घायल।

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सुझाव

- शौचालय पर लगा हुआ ताला हटना चाहिए,जिससे लोगों को उसका लाभ मिले।

- नगर पालिका के सफाई कर्मी नियमित आए तो मोहल्ले में न रहे गंदगी।

- विद्युत विभाग को सर्वे कराकर बंच केबल व जर्जर पोल बदलने चाहिए।

- दूसरे वार्ड के लोगों को अपने यहां ही कूड़ा डालना चाहिए।

- जर्जर सड़कों की यदि मरम्मत हो जाए तो न चौटिल हो वृद्ध व बच्चे

- नगर पालिका को खराब पड़े पांचों हैंडपंपों को कराया जाना चाहिए सही।

- विद्युत पोलों पर लगी स्ट्रीट लाइट हो सही तो रात में न रहे अंधेरा।

क्या बोले लोग

पिछले कई सालों से सामुदायिक शौचालय पर ताला लगा हुआ है। जिस वजह से तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। शौचालय का ताला खुला रहना चाहिए। जिससे लोग उसका उपयोग कर सके।

-रोहित कुमार।

विद्युत पोलों पर लगी स्ट्रीट लाइटें अधिकांश खराब पड़ी हुई हैं। कई बार नगर पालिका परिषद में जाकर शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है, यदि लाइट ठीक हो तो दिक्कत कम हो।

-हरी कुमार।

मोहल्ले की सड़कों का बुरा हाल है, रात के वक्त वृद्ध लोग ठोकर लगकर घायल हो जाते है। लाखों रुपया नगर पालिका के पास आता है, न तो अधिकारी सुनते है और न ही क्षेत्र का सभासद सुनवाई करता है।

-हरीश कुमार।

मोहल्ले में जगह जगह विद्युत पोलों पर बंच केबिल झूल रही है, जिससे आए दिन हादसे होते रहते है। बिजली विभाग के अधिकारियों से कहने के बाद भी बंच केबिलों को ठीक नहीं कराया जा रहा है।

-राकेश कुमार गौतम।

मोहल्ले के कूड़े के अलावा अन्य इलाकों के लोग कूड़ा डालकर चले जाते है। जिस वजह से बदबू में रहने को लोग मजबूर है। प्रतिदिन नगर पालिका के सफाई कर्मी कूड़ा उठाते के लिए नहीं आते है।

-ललित कुमार।

सामुदायिक शौचालय पर ताला लगा रहता है,पहले लोग बागला कालेज के मैदान पर खुले में शौच के लिए चले जाते थे। कालेज की ओर से दीवार ऊंची करा दी गई है,सामुदायिक शौचालय नियमित खुलना चाहिए।

-गोविंदराम।

मोहल्ले में लगे करीब पांच हैंडपंप पिछले काफी समय से खराब है। पीने के पानी के लिए लोगों का एक मात्र सहारा एक अकेला हैंडपंप है। पालिका प्रशासन यदि हैंडपंप सही करा दें तो दिक्कत कम हो।

-हरी मोहन।

मलिन बस्ती होने के कारण नगर पालिका के अधिकारियों व क्षेत्रीय सभासद के द्वारा सौतेला व्यवहार किया जाता है। तमाम समस्याएं मोहल्ले में व्याप्त है,लेकिन उनकी तरफ किसी का ध्यान नहीं है।

-भगवानदास।

नियमित कूड़ा न उठने के कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा हर समय बना रहता है। पालिका की ओर से यदि नियमित रूप से सफाई कर्मी आए तो कूड़े की समस्या से निजात मिल जाएगी।

-हरीशंकर।

सफाई करने के लिए नगर पालिका के सफाई कर्मचारी नियमित नही आते है। जिस वजह से लोगों को सुबह के वक्त अपने घरों की नालियों की सफाई स्वयं करनी पड़ती है। पालिका सुनवाई नहीं करती।

-राकेश कुमार।

जगह-जगह मोहल्ले में बंच केबिल खराब पड़ी है, तो कई विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हालत में है,जोकि हादसों को न्यौता दे रहे है। विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कोई सुनवाई नहीं करते हैं।

-अजय गौतम।

पीने के पानी की बहुत समस्या है,अधिकतर हैंडपंप खराब पड़े हुए है। लोगों को दूसरे मोहल्लों में जाकर पीने का पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हैंडपंप जल्द से जल्द सही होने चाहिए।

-राहुल।

जिम्मेदार के बोल:

खंदारी गढ़ी में अगर गंदगी की समस्या है और वहां के सामुदायिक शौचालय पर ताला लगा हुआ है तो इस बारे में जानकारी की जाएगी। हर वार्ड में पहले से ही सफाई नियुक्त हैं, अगर कहीं कोई दिक्कत हैं तो वहां अलग से सफाई कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा।

-श्वेता चौधरी, चेयरमैन, नगर पालिका परिषद हाथरस

मोहल्ला खंदारीगढ़ी में अगर कोई समस्या है तो इस बारे में वहां के लोग मुझे अवगत करा सकते हैं। समस्या की जानकारी कर उसका समाधान कराया जाएगा।Ñ

-अंजुला सिंह माहौर, सदर

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