एकता से मधुर संबंध थे, दुत्कारने लगी थी, गुस्से में उसे मार डाला, जिम ट्रेनर ने कबूली कई बातें
कानपुर में एकता हत्याकांड को जिम ट्रेनर ने पूछताछ के दौरान कई बातें बताईं। उसने कहा कि एकता से मेरे मधुर संबंध थे लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह मुझे दुत्कारने लगी थी। गुस्से में उसे मार डाला।
पहले एकता से मेरे मधुर संबंध थे लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह मुझे दुत्कारने लगी थी। दूसरी महिलाएं मेरी इज्जत करती थीं लेकिन वह बेइज्जती करती थी। उस दिन भी एकता ने यही किया और गुस्से में मैंने उसे मार डाला। कानपुर में शेयर कारोबारी की पत्नी एकता की हत्या में पकड़े गए जिम ट्रेनर विमल सोनी ने पुलिस रिमांड में हुई पूछताछ में यह बताया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसने ज्यादातर सवालों के जवाब नहीं दिए या गोलमोल बातें कर उन्हें टाल गया।
वारदात में कौन-कौन शामिल था, इस बात वह चुप्पी साधे रहा। पुलिस अफसरों ने कहा कि बताना तो पड़ेगा इस पर विमल मुस्कुराने लगा। बोला-क्या बताऊं इस संबंध में न बात करें। रिलेशन एक तरफ से थे या दोनों तरफ, इस प्रश्न पर चुप रहा। कोतवाली पुलिस बुधवार सुबह 915 बजे जेल से विमल को लेकर निकली। सबसे पहले उसे पुलिस लाइन और फिर कोतवाली लाकर पूछताछ की गई। चार टीमों ने उससे अलग-अलग सवाल पूछे। विमल ने एकता के पति राहुल से कुछ मुलाकात होने की बात कही। साथ ही बोला-जानता था कि एकता का मायका शुक्लागंज में है। उसने बताया कि तिलक के बाद से ही एकता गुस्सा थी।
बच्चों को लाने से मना किया पूछताछ में विमल ने बताया कि बच्चों को ग्रीन पार्क लाने के लिए भी मैंने ही एकता से मना किया था. वह बच्चों को लाने के बाद उनमें लगी रहती थी। उसने यह भी बताया कि अपार्टमेंट के गार्ड से वह एकता और राहुल की लोकेशन लेता रहता था। कितनी बार एकता के घर गए इस पर वह चुप हो गया और बोला-अब एकता ही नहीं तो इन सब बातों का क्या फायदा। डीएम ऑफिस में कौन-कौन मिलने वाला है, इस पर कहा कि लंबे समय से उसका आना-जाना था। पुराने अधिकारी उसे बहुत मानते थे, लिहाजा सभी लोग जानते हैं, बयान बदलते हुए उसने ये भी कहा कि वह रेगुलर डीएम आवास आता-जाता था।
पुलिस ने पूछे विमल से 100 सवाल तुम्हारा नाम विमल है, किस-किस जिम में ट्रेनिंग देते हो, क्या जिम में आने वाली कई महिलाओं से तुम्हारे रिलेशन हैं, एकता को कब से जानते थे। एकता की हत्या क्यों की, शादी वाली बात तुमने झूठ क्यों बोली। किन अधिकारियों के तुम टच में रहे हो। ऐसी क्या वजह थी कि एकता का मोबाइल तोड़कर फेंक दिया गया। हत्याकाण्ड में तुम अकेले नहीं हो सकते हो। कौन साथ था ऑफिसर्स क्लब में गड्ढ़ा कब और कितने लोगों ने खोदा। हत्या के बाद कब-कब, कहां-कहां और कैसे वहां पहुंचे। फरारी के दौरान किसने-किसने मदद की इस तरह के सवाल विमल से कस्टडी रिमांड में पूछे गए।
बेखौफ हिलाता रहा सिर
एक दिन की कस्टडी रिमांड पूरी होने के बावजूद विमल से एकता का मोबाइल और जिम बैग रिकवर नहीं हो सका है। अभी भी कई सवालों के जवाब नहीं मिल सके है। विमल ने सुबह चार से छह बजे तक एकता को फोन क्यों किया। एकता जिम क्यों नहीं आ रही थी। एकता विमल के बीच किस बात को लेकर तकरार चल रही थी। एकता की हत्या ग्रीनपार्क या ऑफिसर्स क्लब में हुई। मारने के बाद बदबू न आए, इसलिए विमल ने क्या किया। अभी क्राइम सीन रीक्रिएट कराया जाएगा। लखनऊ से टीम को बुलाया गया है। विमल की बाइक उसके परिजनों को दी जाएगी, बाइक पार्किंग में खड़ी थी। ऑफिसर्स क्लब में गड्ढा पहले से खुदा था। विमल ने उसे गहरा किया है। - हरीश चंदर, एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर
डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया किडीएम आवास व कैंप कार्यालय में काफी कर्मचारी आते-जाते है। कई लोग बाइकें और वाहन वहीं पर खड़ा करते हैं। इसको देखना चाहिए था।
डीएम कंपाउंड से मिली विमल की बाइक
एकता मर्डर केस में बुधवार को एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। विमल की बाइक डीएम आवास के लिए जाने वाले रास्ते की पार्किंग में खड़ी मिली। वहीं से ऑफिसर्स क्लब को जाने के लिए रास्ता भी है। सबसे बड़ी बात है कि चार महीने से बाइक डीएम आवास के पास खड़ी है। इस बात की भनक उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को नहीं लगी। बाइक की तस्दीक रजिस्ट्रेशन नंबर से की गई तो होंडा शाइन बाइक डीएम आवास के गेट पर सुरक्षा कर्मियों के केबिन के पीछे खड़ी थी। जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 78 ईसी 4275 था। आरटीओ से मिली बाइक के रजिस्ट्रेशन पेपर में गाड़ी मालिक का नाम विमल निवासी 86/65 शक्कर मिल कोपरगंज कानपुर निकला। मीडिया की आवाजाही के बाद डीएम का गेट बंद कर दिया गया।
पहले से खुदा था गड्ढा, दो मजदूरों ने किया वेरीफिकेशन
ऑफिसर्स क्लब के अंदर खोदे गए गड्ढे के विषय में जानकारी करने पर विमल ने बताया कि गड्ढा पहले से खुदा हुआ था। इस बात का वेरीफिकेशन पुलिस ने उन दो मजदूरों से किया, जो ऑफिसर्स क्लब में पेंटिंग करने के लिए मई में आए थे। मजदूरों ने ये भी बताया कि पेंटिंग करने के दौरान गड्ढे में सीढ़ी लगाई गई थी, लिहाजा गड्ढा पहले से खुदा हुआ था। उसी गड्ढे को विमल ने और गहरा कर दिया। करीब 10 फीट का गड़्ढ़ा होने के बाद शव को उसमें दफना दिया। फिर मिट्टी डालकर उसने शव को ढक दिया। कोतवाली में पुलिस ने ऑफिसर्स क्लब के केयर टेकरों से विमल का सामना कराया। पुलिस ने एकता के पति राहुल और एकता के भाई आदित्य का आमना-सामना भी कराया। विमल से उसकी शादी और तिलक के बारे में पूछा तो उसने बताया कि पांच अप्रैल को उसका तिलक हुआ था। कोई शादी नहीं टूटी। उसने तिलक की फोटो और बुकिंग के बिल भी पुलिस को दिखाए। शादी तय होने के बाद से ही एकता परेशान करने लगी थी। बात करती नहीं थी। डर था कि एकता मेरी शादी तुड़वा देगी। इससे मैं और परेशान हो गया था।