दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करे सरकार, पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत पर बोलीं मायावती
- बसपा प्रमुख ने शनिवार शाम अपने आधिकारिक ''एक्स'' खाते पर एक पोस्ट में कहा, ''उप्र की राजधानी लखनऊ के मोहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ कल शाम (शुक्रवार) पुलिस की बर्बरता से हुई मौत की घटना अति-दुःखद है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजधानी लखनऊ में एक दलित युवक की पुलिस हिरासत में मौत के मामले पर शनिवार को दुख प्रकट करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बसपा प्रमुख ने शनिवार शाम अपने आधिकारिक ''एक्स'' खाते पर एक पोस्ट में कहा, ''उप्र की राजधानी लखनऊ के मोहल्ला गंजरहापुरवा स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पार्क में घूमने गए एक दलित युवक के साथ कल शाम (शुक्रवार) पुलिस की बर्बरता से हुई मौत की घटना अति-दुःखद है।
मायावती ने इसी पोस्ट में कहा कि इस घटना से लोगों में रोष व्याप्त है सरकार और (सरकार) दोषी पुलिस वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा पीड़ित परिवार की पूरी मदद भी करे।'' लखनऊ के विकास नगर थाना क्षेत्र में जुआ खेलने के अड्डे पर छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए 24 वर्षीय एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। मृतक के परिवार ने पुलिस पर उसे पीट-पीटकर मार डालने का आरोप लगाया है।
अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) जितेंद्र कुमार दुबे ने शनिवार को बताया, "अमन गौतम (24) समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर थाने ले जाते समय अमन की हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।" अमन की मौत की खबर सुनकर उसके परिवार के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस पर उसे पीटने का आरोप लगाया। पुलिस ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि मौत का कारण पोस्टमार्टम जांच के जरिए पता लगाया जाएगा।