60 करोड़ से बदलेगी शहर के बदहाल मोहल्लों की सूरत

शहर में पीडब्ल्यूडी से लेकर नगर निगम की प्रमुख सड़कों के जीर्णोद्धार के बाद अब मोहल्लों की सड़क, नाली और क्रास को दुरूस्त किया जाएगा। पार्षदों के प्रस्ताव समेत अन्य विकास कार्यों पर करीब 60 करोड़ रुपये...

वरिष्ठ संवाददाता गोरखपुर Sun, 30 June 2019 09:08 PM
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60 करोड़ से बदलेगी शहर के बदहाल मोहल्लों की सूरत

शहर में पीडब्ल्यूडी से लेकर नगर निगम की प्रमुख सड़कों के जीर्णोद्धार के बाद अब मोहल्लों की सड़क, नाली और क्रास को दुरूस्त किया जाएगा। पार्षदों के प्रस्ताव समेत अन्य विकास कार्यों पर करीब 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नगर निगम के इंजीनियर ऐसे कार्यों को चिन्हित करने में जुट गए हैं, जो जनसुविधाओं को देखते हुए आवश्यक है।
अक्तूबर महीने तक नगर निगम को अवस्थापना निधि का करीब 50 करोड़ और 14वें वित्त का 30 करोड़ रुपये मिलना है। इस रकम को शहर के विकास कार्यों पर खर्च किया जाना है। नगर निगम ने 70 पार्षदों के प्रस्ताव समेत करीब 200 कार्य को चिन्हित किया है, जिनका निर्माण बेहद जरूरी है। इसके साथ नागरिकों की शिकायतों और मुख्यमंत्री पोर्टल की शिकायतों की पड़ताल कर इंजीनियर इंस्टीमेट बनाने में जुटे हुए हैं। 
पार्षदों के प्रस्ताव पर खर्च होंगे करीब 30 करोड़
नगर निगम पार्षदों के प्रस्ताव पर आने वाले चार महीने में करीब 30 करोड़ रुपये खर्च करने जा रहा है। प्रत्येक पार्षद के प्रस्ताव पर 15-15 लाख के काम इसी पखवाड़े शुरू हो जाएगा। वहीं अक्तूबर तक बजट मिलने के बाद पार्षदों के प्रस्ताव पर करीब 35 से 40 लाख रुपये के विकास कार्य कराए जाएंगे। कुल मिलाकर पार्षदों के प्रस्ताव पर करीब 30 करोड़ खर्च की उम्मीद है।
अवस्थापना निधि से होंगे प्रमुख सड़कों के निर्माण
नगर निगम को अक्तूबर तक अवस्थापना निधि से करीब 50 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। इस रकम से नगर निगम उन प्रमुख सड़कों का निर्माण कराएगा जो पीडब्ल्यूडी की नहीं हैं। मसलन, हरिहर दूबे मार्ग, पीएसी कैंप से बिछिया ताड़ी खाने की सड़क प्रमुख है। इसके साथ ही पेयजल और सरकारी भवनों की मरम्मत में भी निधि का उपयोग किया जाएगा।
पहली बार अवस्थापना निधि से मिलेगी 50 करोड़ से अधिक राशि
शहर में होने वाली रजिस्ट्री से होने वाली आय का दो-दो फीसदी नगर निगम, विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद को दिया जाता है। इस रकम को अवस्थापना निधि कहते हें। पिछले दिनों शासन ने व्यवस्था दी कि अब पूरी निधि सिर्फ नगर निगम को मिलेगी। प्राधिकरण और आवास विकास परिषद को निधि का आवंटन नहीं होगा। पहली बार अक्तूबर में आवस्थापना निधि की पूरी रकम नगर निगम को मिलेगी। पिछले वित्तीय वर्ष में निगम को 17 करोड़ रुपये अवस्थापना निधि से मिले थे। अक्तूबर तक इस निधि से करीब 50 करोड़ मिलने की उम्मीद है। 
‘‘अवस्थाना निधि और 14 वें वित्त से अक्तूबर तक करीब 80 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। रकम मिली तो विकास कार्यों में तेजी आएगी। पार्षदों के प्रस्ताव के साथ शहर की प्रमुख सड़कों का निर्माण प्राथमिकता पर कराया जाएगा। उन कार्यों को लेकर प्राथमिकता होगी जिनके चलते लोग अधिक प्रभावित हैं। इंजीनियर होमवर्क कर रहें हैं।’’
सुरेश चन्द्र, मुख्य अभियंता, नगर निगम  

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