Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Google Map misled such a way car fell from the incomplete bridge into Ramganga three people died on the spot

गूगल मैप ने भटकाया, अधूरे पुल से रामगंगा में गिरी कार, तीन लोगों की मौके पर मौत

यूपी के बरेली में गूगल मैप के सहारे सफर करने में बड़ा हादसा हो गया है। रामगंगा पर बने पुल से कार समेत नीचे गिरने के कारण तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान, बरेलीSun, 24 Nov 2024 06:19 PM
share Share

यूपी के बरेली में गूगल मैप के सहारे सफर करने में बड़ा हादसा हो गया है। रामगंगा पर बने पुल से कार समेत नीचे गिरने के कारण तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। रामगंगा नदी पर बना पुल बाढ़ में आधा बह चुका है। गूगल मैप ने उस पुल को भी रास्ता बता दिया और कार सवार आधी रात उस पर से नीचे गिर गए। घटना की सूचना पर पहुंची फरीदपुर बरेली और बदायू दातागंज थाना पुलिस ने कार और तीनों सवारों को नदी से बाहर निकाला।

रविवार सुबह करीब 10:00 बजे तीन कार सवार बरेली से दातागंज जिला बदायूं जा रहे थे। रास्ते का पता लगाने को जीपीएस नेविगेशन किया गया था। फरीदपुर थाना क्षेत्र खल्लपुर दातागंज मार्ग पर बन रहे रामगंगा पुल पर हादसा हुआ है। बाढ़ के चलते इस पुल का अगला हस्सिा नदी में बह गया था लेकिन जीपीएस नेविगेशन में इसका अपडेट नहीं किया गया था। जिससे अपनी रफ्तार से चल रहे कार सवार पुल से नीचे गिर गए और बड़ा हादसा हो गया।

बताया जाता है कि गाजियाबाद नंबर की गाड़ी से से तीन युवक दादागंज से फरीदपुर की तरफ जा रहे थे। रास्ता तय करने के लिए कार में गूगल मैप लगाया गया था। बरेली-बदायूं बॉर्डर पर फरीदपुर के खल्लपुर गांव के पास गूगल मैप ने कार को पुल का वह रास्ता बता दिया जो मौत के मुंह में जा रहा था। बाढ़ में बह चुके पुल पर ही गूगल मैप के कारण कार दौड़ा दी गई। अंधेरा होने के कारण पुल अधूरा होने का एहसास नहीं हुआ और कार सीधे सौ फीट नीचे नदी में गिर गई। सुबह जब लोगों को हादसे की जानकारी हुई तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की तो गूगल मैप के कारण वहां पहुंचने की बात पता चली। कार सवार चाचा के घर शादी में फतेहपुर आ रहे थे। बताया जाता है कि फरीदपुर के ख़ल्लपुर गांव में पिछले साल बाढ़ में पुल बहने के बाद दातागंज की तरफ से पुल का अप्रोच रोड बन गया था लेकिन फरीदपुर की तरफ से नहीं बना था।

बताया जा रहा है कार्यदायी संस्था ने पुल पर संकेतक और अवरोधक नहीं लगाए थे। जीपीएस में अपडेट नहीं होने और अवरोधक आदि न लगने से बड़ा हादसा हुआ है। हवा में लटके पुल पर आवागमन रोका नहीं गया और इतना बड़ा हादसा हो गया। पुल आगे टूटा था तो शुरुआत में साइन बोर्ड या अवरोधक लगाना चाहिए था। न रास्ता रोका गया था और न ही इसकी जानकारी कहीं लिखी थी। बाहर से आने वालों को पता भी नहीं था कि पुल अधूरा है।

पुल से कुछ दूर रहने वाले किसान ने आधी रात के बाद कार गिरने की आवाज सुनी जरूर थी। सुबह गांव वाले जुटे तो पुल के नीचे नदी में कार दिखाई दी। इसके बाद पहुंची पुलिस ने कार और शवों को बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि कार सवार के चाचा के घर शादी थी। उसी में जा रहे थे। शादी वाले घर में हादसे की जानकारी पहुंची तो मातम छा गया। चचेरे भाइयों की मौत से कोहराम मच गया।

अगला लेखऐप पर पढ़ें