मालगाड़ियां होंगी शिफ्ट, यात्री ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार, मिलेगी राहत; जानें पूरा प्लान
- डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर पर जल्द ही सभी मालगाड़ियां शिफ्ट होंगी। इससे यात्री ट्रेनों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक औसतन 50 मालगाड़ियों का संचालन फ्रेट कॉरिडोर पर किया जा रहा है।
Railway News: रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर पर जल्द ही सभी मालगाड़ियां शिफ्ट होंगी। इससे यात्री ट्रेनों को बड़ी राहत मिल जाएगी। अभी तक औसतन 50 मालगाड़ियों का संचालन फ्रेट कॉरिडोर पर किया जा रहा है। जल्द ट्रैक पर डिवीजन में दौड़ने वाली सभी मालगाड़ियों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। यात्री ट्रैक पर केवल यात्री ट्रेन ही फर्राटा भरेंगी। इससे उनके रनिंग समय में और बढ़ोत्तरी होगी। नई ट्रेनों के संचालन की उम्मीद बढ़ेगी।
पंजाब के साहनेवाल से बिहार के सोननगर तक ईडीएफसी कॉरिडोर बिछाया गया है। खुर्जा से साहनेवाल तक ट्रैक को संचालित कर दिया गया है। फिलहाल ट्रैक पर मालगाड़ियों का संचालन तो हो रहा है लेकिन डिवीजन में संचालित होने वाली अधिकतर मालगाड़ियां यात्री ट्रैक पर ही संचालित हो रही हैं। इस ट्रैक पर मालगाड़ियों की औसत गति 40 किमी प्रतिघंटा तक रहती है। जो मालगाड़ियां डीएफसी ट्रैक पर दौड़ रही हैं तो उनकी औसत गति 70 से 80 किमी प्रति घंटा तक है। ट्रैक की स्ट्रैंथ की जांच को गत माह दो मालगाड़ियों को जोड़कर भी ट्रैक पर संचालित किया गया है।
बन रहे हैं दो नए पावर हाउस
डीएफसी ट्रैक पर मालगाड़ियों की क्षमता बढ़ाने को दो नए पावर हाउस का भी निर्माण कराया जाएगा। एक पावर सब स्टेशन का निर्माण टपरी के पास डीएफसी कारिडोर के करीब कराया जाएगा। इसके लिए लाइन यमुनानगर के अब्दुलापुर से लाई जा रही है। करीब 17 किमी लाइन बिछाने का कार्य शेष है, जबकि दूसरा पावर स्टेशन पंजाब के शंभू स्टेशन के नजदीक बनाया जाएगा। इन दोनों सब स्टेशन को पावर बैकअप व मालगाड़ियों की गति बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
क्या बोले अधिकारी
महाप्रबंधक डीएफसी,अंबाला पंकज गुप्ता ने बताया कि डीएफसी ट्रैक पर जल्द सभी मालागड़ियों का संचालन शुरू होगा जबकि दो नए सब स्टेशन भी बनाए जा रहे हैं। यात्री ट्रैक के मालगाड़ी से खाली होने के बाद नई ट्रेनों के संचालन की उम्मीद होगी।
एक नजर
-औसत 200 मालगाड़ियों का संचालन हो रहा हर दिन
-अभी करीब 50 मालगाड़ियां डीएफसी ट्रैक पर शिफ्ट की गई
-6 महीने में सभी मालगाड़ियां आ जाएंगी डीएफसी ट्रैक पर
-यात्री ट्रेनों के समय में 15 मिनट से 60 मिनट तक का आ सकता है अंतर