डिप्टी डायरेक्टर को 15 दिन तक किया डिजिटल अरेस्ट, 78 लाख ठगे, डॉक्टर को भी बनाया शिकार
- यूपी के गोंडा जिले में डिप्टी डायरेक्टर को 15 दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया। उनसे 78 लाख 80 हजार रुपए की ठगी की गई है। वहीं ठगों ने डॉक्टर को भी अपना शिकार बनाया। दोनों को मिलाकर 94 लाख 33 हजार 743 रुपये ठग लिए हैं।

गोंडा में साइबर जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर एक डिप्टी डायरेक्टर को और एक डॉक्टर से 94 लाख 33 हजार 743 रुपये ठग लिए हैं। अधिकारी को पंद्रह दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर उनसे 78 लाख 80 हजार रुप, की ठगी की गई है। आरोपियों ने अवैध लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग की बात कहते हुए डराया। कथित आईपीएस से बात भी करवाई। दोनों मामलों में पीड़ित अधिकारी और डॉक्टर ने साइबर थाने में लिखित शिकायत की है। डॉक्टर के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल में जुट गई है।
अधिकारी की ओर से की गई शिकायत के अनुसार 15 जनवरी को उनके फोन पर शाम 6 बजे एक कॉल आया। फोन करने वाले ने अपना परिचय दिल्ली पुलिस के रूप में दिया। उस व्यक्ति ने कहा कि आपके फोन नम्बर से अवैधानिक कार्य जैसे- पैसे मांगना, वीडिया बनाना, एमएमएस आदि कार्य हुआ है। इसके बाद जालसाज ने बताया गया कि यह कॉल द्वारिकापुरी पुलिस स्टेशन नई दिल्ली के हेडक्वार्टर से आपको कनेक्ट किया जा रहा है। उसने तथाकथित आईपीएस अधिकारी से बात भी करवाई। जिनके द्वारा बताया गया कि अशोक गुप्ता द्वारा नई दिल्ली में एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया था, इस खाते में 68 करोड़ का मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग तस्करी एवं चिन्हित चोरी एवं पैसे का लेन देन हुआ है। उपरोक्त लेन-देन में प्रार्थी को कमीशन देने जैसी बात व अशोक गुप्ता को एचडीएफसी का खाता 5 लाख रुपये में बेचे जाने जैसी बात आरोपित की गई। तथा यह भी बताया गया कि 57 अन्य केस भी दर्ज है।
उसके बाद कहा गया कि जमानत के रूप में 9.80 लाख रुपए आरबीआई के एकाउंट में डाल दें। इस बीच प्रापर्टी नौकरी और पैसे के लेने देन के फ्लो की जांच के लिए विभिन्न दिवसों में सत्यापन कर पैसे लौटाने के नाम पर अधिकारी से कुल 78.80 लाख रुपए आठ अकाउंट में डलवाए गए।उधर, डॉक्टर के मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज ली। साइबर टीम मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।