Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़former bank manager was digitally arrested with his wife for 5 days lost rs 40 lakh case open with friend s suspicion

पत्‍नी संग 5 दिन डिजिटल अरेस्‍ट रहे पूर्व बैंक मैनेजर, 40.45 लाख गवां दिए; दोस्‍त के शक से खुली बात

  • इन्द्रजीत राजपूत स्टेट बैंक से मुख्य प्रबंधक के पद से रिटायर हो चुके हैं। 19 दिसंबर की सुबह 9 बजे उनकी पत्नी के मोबाइल पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने बताया कि वह SBI के कस्टमर केयर से बात कर रहा है। कहा कि आपके केनरा बैंक अकाउंट से जारी क्रेडिट कार्ड से 1,09,999 रुपये का फ्रॉड किया गया है।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, प्रमुख संवाददाता, कानपुरWed, 25 Dec 2024 10:41 PM
share Share
Follow Us on

Digital Arrest: साइबर ठगों ने कानपुर के रतनलाल नगर निवासी दंपति को पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 40.45 लाख रुपये ठग लिए। फोन पर पीड़ितों को डराकर म्यूचुअल फंड में निवेश का पैसा निकालकर 12 लाख रुपये और मांगे। दंपती पैसा निकालने पहुंचे तो उनके मित्र को शक हुआ, जिसके बाद सारा मामला सामने आ गया। साइबर सेल में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

रतनलाल नगर के इंद्रप्रस्थ अपार्टमेंट निवासी इन्द्रजीत राजपूत स्टेट बैंक से मुख्य प्रबंधक के पद से रिटायर हो चुके हैं। 19 दिसंबर की सुबह नौ बजे उनकी पत्नी के मोबाइल पर एक कॉल आई। फोन करने वाले ने बताया कि वह एसबीआई के कस्टमर केयर से बात कर रहा है। कहा कि आपके केनरा बैंक अकाउंट से जारी क्रेडिट कार्ड से 21 सितंबर 2024 को 1,09,999 रुपये का फ्रॉड किया गया है। इस पर उनकी पत्नी घबरा गईं और खुद को निर्दोष बताते हुए इन्द्रजीत को फोन दे दिया। दहशत में आए इन्द्रजीत ने फोन करने वाले को बताया कि वह एसबीआई से मुख्य प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हैं, जिसके बाद कॉलर ने अपने फ्लोर मैनेजर नवीन शर्मा से बात कराई। इसके बाद फोन कथित दिल्ली पुलिस के अधिकारी के पास चला गया।

उसने इन्द्रजीत को भला-बुरा कहते हुए डराया और पति-पत्नी के आधार कार्ड की कॉपी मांगी। इसके बाद उसने दूसरे को अधिकारी बताते हुए फोन दे दिया। उस अधिकारी ने बताया कि 2.56 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग मामले में हरीश कार्तिकेय के नाम पर मुकदमा दर्ज हुआ है। पूछताछ में हरीश ने बताया कि आपको भी कमीशन के रूप में 25.60 लाख रुपये दिए हैं। उसके पास से 200 से आधार कार्ड और क्रेडिट कार्ड मिले हैं उन्हीं में से आपका भी क्रेडिट कार्ड है। इसलिए आप भी आरोपी हैं। इस पर दंपति गिड़गिड़ाए कि वह निर्दोष हैं। इस पर उसने कहा, बड़े अधिकारी से बात करा रहे हैं। उनसे प्रार्थना करिएगा ताकि केस की जल्द से जल्द जांच हो जाए। यह भी कहा कि जांच होने तक किसी से भी बात मत कीजिएगा। आपने कोई गलती की तो रासुका के तहत जेल भेज दिया जाएगा।

दंपति को 23 दिसंबर की दोपहर तक डिजिटल अरेस्ट रखकर अलग-अलग समय पर 40.45 लाख रुपये आरटीजीएस और नेफ्ट के जरिए खातों में ट्रांसफर करा लिए। साइबर ठगों ने घर में रखा सोना ओर म्यूचुअल फंड में निवेश खत्म कराकर पूरी राशि भेजने को कहा। इस पर इन्द्रजीत आईआईएफएल कंपनी स्थित अपने मित्र के पास पहुंचे और म्यूचुअल फंड में निवेश की राशि का भुगतान कराने को कहा। अचानक पूरा पैसा निकालने पर मित्र ने कारण पूछा तो दंपती के डिजिटल अरेस्ट होने की बात बताई। इन्द्रजीत के मुताबिक मुकदमा दर्ज करा दिया है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें